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केंद्र सरकार ने 26 मई को आरोग्य सेतु ऐप के एंड्राइड वर्जन का सोर्स कोड जारी नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोग्य सेतु ऐप के ओपन सोर्स होने का ऐलान किया. कांत ने कहा कि ऐप पारदर्शिता, सीक्रेसी और प्राइवेसी के लिए समर्पित है.
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के सचिव अजय प्रकाश ने सोर्स जारी करने को 'बड़ा कदम' बताया. उन्होंने कहा, "हम उस सिस्टम का दिल खोल रहे हैं, जिसे 11.5 करोड़ लोग इस्तेमाल कर रहे हैं."
ऐप की प्राइवेसी पॉलिसी और डेटा कलेक्शन मैकेनिज्म पर हाल ही में उठे सवालों पर सचिव अजय प्रकाश ने कहा कि हालांकि पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल संसद में लंबित है, लेकिन ये ऐप उसके सिद्धांतों के मुताबिक है.
क्विंट को पता लगा है कि आरोग्य सेतु ऐप की कोर टीम ने पिछले कुछ हफ्तों में कई सिक्योरिटी रिसर्चर्स और एनालिस्ट को संपर्क किया था. टीम ने इन लोगों से ऐप के सोर्स कोड को एक्सेस करने और फीडबैक देने को कहा.
दोनों पक्षों के बीच कोऑर्डिनेशन का काम डेटा सिक्योरिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (DSCI) ने किया था. मुंबई के एक थ्रेट इंटेलिजेंस एनालिस्ट ने बताया, "DSCI ने आधिकारिक ऐलान से पहले ऐप के सोर्स कोड को कई सिक्योरिटी एनालिस्ट से देखने का सुझाव दिया."
नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) की डायरेक्टर जनरल डॉ नीता वेरा ने ऐलान किया कि ऐप में एक बग बाउंटी स्कीम भी होगी. कोड में सुधार या ऐप में कोई सुरक्षा खामी खोजने पर 1 लाख रुपये की बग बाउंटी दी जाएगी.
इससे पहले 26 मई को बताया गया कि ऐप की इंजीनियरिंग रिवर्स करना दंडनीय नहीं होगा. अभी तक सिक्योरिटी एनालिस्ट ऐप के अल्गोरिथम और आर्किटेक्चर जानने के लिए इसका इंजीनियर रिवर्स नहीं कर सकते थे.
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