Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Tech and auto  Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019सरकार के खिलाफ कोर्ट पहुंचा वॉट्सऐप, गूगल-FB नियम मानने को तैयार

सरकार के खिलाफ कोर्ट पहुंचा वॉट्सऐप, गूगल-FB नियम मानने को तैयार

वॉट्सऐप का कहना है कि नया नियम लोगों के निजता के मौलिक अधिकार के खिलाफ है

क्विंट हिंदी
टेक और ऑटो
Updated:
सरकार के खिलाफ कोर्ट पहुंचा वॉट्सऐप
i
सरकार के खिलाफ कोर्ट पहुंचा वॉट्सऐप
(फोटो: WhatsApp)

advertisement

फेसबुक के स्वामित्व वाले मैसेजिंग प्लेटफॉर्म वॉट्सऐप ने सोशल मीडिया इंटरमीडिअरीज के लिए सरकार के नए नियमों के पहलू को चुनौती देते हुए दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया है. यह पहलू इन्फॉर्मेशन के 'पहले ऑरिजिनेटर की पहचान' से जुड़ा है.

अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, 25 मई को दाखिल की गई याचिका में वॉट्सऐप ने 2017 के जस्टिस केएस पुट्टस्वामी बनाम यूनियन ऑफ इंडिया केस का हवाला यह दलील देने के लिए किया है कि ट्रेसेबिलिटी का प्रावधान असंवैधानिक और लोगों के निजता के मौलिक अधिकार के खिलाफ है, जैसा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले में रेखांकित किया गया है. कंपनी ने ट्रेसेबिलिटी को असंवैधानिक घोषित करने और इसे लागू होने से रोकने की अपील की है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
वॉट्सऐप का कहना है कि ट्रेसेबिलिटी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन की उस अवधारणा के खिलाफ है, जो दूसरों को यह पता लगाने से रोकने की कोशिश करती है कि मैसेज किसने भेजा है. कंपनी के मुताबिक, ट्रेसेबिलिटी निजी कंपनियों को कानून प्रवर्तन एजेंसियों की जरूरत के लिए हर दिन अरबों मैसेज को लेकर “किसने-क्या-कहा और किसने-क्या-शेयर-किया’’ डेटा जुटाने और स्टोर करने के लिए मजबूर करेगी.

नए नियमों को लेकर गूगल और फेसबुक ने क्या कहा?

सरकार ने 25 फरवरी को सोशल मीडिया कंपनियों के लिए नए नियमों का ऐलान किया था. इसके तहत कंपनियों को किसी भी सामग्री पर प्राधिकरण की ओर से चिंता जताए जाने पर उसे 36 घंटे में हटाना होगा. साथ ही एक मजबूत शिकायत निपटान प्रणाली स्थापित करनी होगी. शिकायत निपटान अधिकारी देश में ही बैठेगा.

प्रमुख सोशल मीडिया मंचों को नए नियमों को लागू करने के लिए तीन महीने का समय दिया गया था. इस श्रेणी में वे प्लेटफॉर्म शामिल हैं, जिनके रजिस्टर्ड यूजर्स की संख्या 50 लाख से ज्यादा है.

नए नियमों को लेकर फेसबुक के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा, ‘‘हमारा मकसद आईटी नियमों के प्रावधानों का अनुपालन करना है. साथ ही हम उन मुद्दों पर सरकार से चर्चा जारी रखेंगे, जिनके लिए और बातचीत करने की जरूरत है. हम परिचालनगत प्रक्रियाओं के क्रियान्वयन के लिए काम कर रहे हैं.’’

प्रवक्ता ने कहा कि फेसबुक इस बात को लेकर प्रतिबद्ध है कि लोग उसके प्लेटफॉर्म के जरिए मुक्त और सुरक्षित तरीके से अपने विचार व्यक्त कर सकें.

मंगलवार को ही गूगल के प्रवक्ता ने कहा, ‘’हम भारत की विधायी प्रक्रिया का सम्मान करते हैं और जहां सामग्री स्थानीय कानून या हमारी उत्पाद नीतियों का उल्लंघन करती है, वहां सामग्री को हटाने के सरकारी अनुरोधों पर प्रतिक्रिया देने का हमारा एक लंबा इतिहास रहा है.’’

प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ने प्रभावी और निष्पक्ष तरीके से अवैध सामग्री से निपटने और ऑपरेशन वाली जगहों पर स्थानीय नियमों का पालन करने के लिए कदम उठाए हैं, इसके तहत उत्पाद में अहम बदलाव के साथ संसाधनों और कर्मियों में लगातार निवेश किए गए हैं. उसने बताया कि गूगल अपनी नीतियों को विकसित करना जारी रखेगा.

(PTI के इनपुट्स समेत)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 26 May 2021,10:49 AM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT