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केमिस्ट्री में बेहतरीन योगदान के लिए इस साल के नोबेल प्राइज का ऐलान हो चुका है. ये प्राइज Emmanuelle Charpentier और Jennifer A. Doudna को संयुक्त तौर पर जिनोम एडिटिंग का नया तरीका ढूंढने के लिए दी गई हैं. प्राइज से जुड़ी एक प्रेस रिलीज में बताया गया है कि दोनों ने एक ऐसे टूल को डेवलप किया है जिसके जरिए जानवरों, पौधों और माइक्रो-ऑर्गेनिज्म के DNA में बेहद सटीक तरीके से बदलाव हो सकते हैं. इस टेक्नोलॉजी ने लाइफ साइंसेस पर बड़ा प्रभाव डाला है और कैंसर जैसी बीमारियों के इलाज, अनुवांशिक बीमारियों के इलाज में इससे काफी मदद मिल रही है.
साल 1968 में फ्रांस में पैदा हुई Emmanuelle Charpentier ने फ्रांस के ही एक कॉलेज से साल 1995 में पीएचडी की थी. फिलहाल, बर्लिन के मैक्स प्लॉक यूनिट ऑफ साइंस ऑफ पैथोजेंस में डायरेक्टर हैं. साल 1964 में अमेरिका में पैदा हुई Jennifer A. Doudna ने साल 1989 में हार्वर्ड मेडिकल स्कूल, बोस्टन से पीएचडी की थी. फिलहाल, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफॉर्निया में प्रोफेसर हैं.
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