advertisement
व्हाट्सएप के मालिकाना हक वाली कंपनी फेसबुक ने बड़ा ही अटपटा बयान दिया है. व्हाट्सएप की प्राइवेसी पॉलिसी पर उठ रहे सवाल पर फेसबुक ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि जिन यूजर्स को व्हाट्सएप प्राइवेसी पॉलिसी से कोई भी दिक्कत है वो अपना व्हाट्सएप डीएक्टिवेट कर सकते हैं.
फेसबुक के काउंसिल के के वेनुगोपाल ने सुप्रीम कोर्ट में कहा,
व्हाट्सएप काउंसिल कपिल सिब्बल ने कोर्ट को इस बात का आश्वासन दिया कि यूजर्स के चैट और वॉयस कॉल्स एन्क्रिप्टेड होते हैं. इन्हें कोई भी दूसरा इंसान यहां तक कि खुद व्हाट्सएप कंपनी भी नहीं पढ़ सकता है.
साथ ही कपिल सिब्बल ने यह भी कहा कि,
बता दें कि व्हाट्सएप को फेसबुक ने साल 2014 में खरीदा लिया था. उसके बाद साल 2016 में व्हाट्सएप ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव किया. जिसके मुताबिक व्हाट्सएप अपने यूजर्स की पर्सनल इनफॉर्मेशन फेसबुक के साथ शेयर कर सकता है. इसमें यूजर्स का फोन नंबर, कॉन्टेक्ट और डेटा भी शामिल है.
मामले की सुनवाई पांच जजों वाली बेंच कर रही है. इस बेंच में जस्टिस दीपक मिश्रा, एके सिकरी, अमित्व रॉय, एएम खानविल्कर और एमएम शांतनागौदर शामिल हैं. सुप्रीम कोर्ट ने पांच अप्रैल को व्हाट्सएप प्राइवेसी मामले में सुनवाई के लिए पांच जजों की कंस्टीट्यूशनल बेंच बनाने का फैसला किया था. मामले की अगली सुनवाई 15 मई को की जाएगी.
यह भी पढ़ें- WhatsApp एडमिन सावधान, यूजर की गलती से नपेगी आपकी गर्दन
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)