Home Technology आखिर कैसे Apple-Amazon की कुल वैल्यू भारत की इकनॉमी का 77% हो गई?
आखिर कैसे Apple-Amazon की कुल वैल्यू भारत की इकनॉमी का 77% हो गई?
मॉडर्न हिस्ट्री के सबसे अमीर आदमी करार दिए जा चुके जेफ बेजोस की कंपनी अमेजन अब 1 ट्रिलियन डॉलर की कंपनी बन गई है.
अभय कुमार सिंह
टेक्नोलॉजी
Updated:
i
Apple और Amazon की कुल कीमत भारत की इकनॉमी का 77% हो गई
(फोटो कोलाज: हिंदी क्विंट)
✕
advertisement
मॉडर्न हिस्ट्री के सबसे अमीर आदमी करार दिए जा चुके जेफ बेजोस की कंपनी अमेजन अब 1 ट्रिलियन डॉलर की कंपनी बन गई है. एपल के बाद 1 ट्रिलियन (एक खरब ) डॉलर का मार्केट कैप छूने वाली ये दूसरी कंपनी है. करीब 1 महीने पहले ही एपल ने ये आंकड़ा छुआ था. ये दोनों कंपनियों अब कितनी विशाल हो गई हैं, इस बात का अंदाजा ऐसे लगा सकते हैं कि-
एपल, अमेजन की कुल मार्केट वैल्यु भारत की कुल इकनॉमी का करीब 77 फीसदी है. भारत की जीडीपी करीब 2.6 डॉलर है
वर्ल्ड बैंक के 2017 के आंकड़ों के मुताबिक, दुनिया के 193 देशों में से सिर्फ 16 ही देश हैं जिनकी जीडीपी एपल या अमेजन के मार्केट कैप से ज्यादा है. दोनों कंपनियों के मार्केट कैप को मिला दिया जाए तो दुनिया के सिर्फ 7 ही देश ऐसे होंगे.
Apple Vs Amazon
Apple Vs Amazon(फोटो: फेसबुक)
एपल को 1 ट्रिलियन का आंकड़ा छूने में 38 साल लगे थे, अमेजन ने 21 साल में ही कर दिखाया
लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि पिछले 5 साल में यानी 2012-2017 के बीच अमेजन का प्रॉफिट जहां 6 बिलियन डॉलर रहा, वहीं एपल ने 41 बिलियन डॉलर का प्रॉफिट कमाया है. यानी कुल प्रॉफिट के मामले में एपल 7 गुना ज्यादा है.
इन्हीं 5 सालों में अमेजन का सेल्स ग्रोथ रेट 240% रहा है वहीं एपल का 55% रहा.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
Amazon की कमाई के राज
अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस दुनिया के सबसे अमीर शख्स
ज्यादातर भारतीय अमेजन को ई-कॉम वेबसाइट के तौर पर ही जानते हैं. लेकिन पिछले कुछ साल में अमेजन ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, क्लाउड बिजनेस से लेकर फिजिकल स्टोर्स तक में पैर पसारा है और मोटा मुनाफा भी कमा रही है.क्लाउड बिजनेस, वेब सर्विसेज ये अमेजन की ग्रोथ में सबसे बड़े मददगार रहे. अमेजन वेब सर्विसेज तो कंपनी की कुल इनकम में 65 फीसदी का हिस्सेदार रहा है. सिर्फ इस साल ही अमेजन के शेयर ने स्टॉक मार्केट में करीब 75% की ग्रोथ हासिल की है. साथ ही मार्केट कैप में 435 बिलियन डॉलर का इजाफा किया है.
कंपनी अपने एडवर्टिजमेंट रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा अब प्रोडक्ट सर्च रिजल्ट को बेचकर हासिल कर रही है, अमेजन के प्लेटफॉर्म पर सेलर्स को स्पॉन्सर्ड प्रोडक्ट स्लॉट भी पैसे लेकर मुहैया कराए जाते हैं. सिर्फ इतना ही आप अमेजन पर क्या खरीद रहे हैं, कौन से प्रोडक्ट आपको पसंद हैं कौन से नहीं, आपकी हैबिट क्या है और आपका कुछ पर्सनल डेटा भी ई-कॉमर्स साइट के जरिए कंपनी के पास है, साफ है कि एडवरटाइजर्स को लुभाने के लिए और पैसे कमाने के लिए ये काफी है.
फिलहाल, कंपनी के पास अमेजन प्राइम वीडियो पर एड देने का भी ऑप्शन बचा है. भविष्य में यहां से भी पैसा आएगा.
कंपनी की नजर अमेरिका के 450 बिलियन डॉलर के ड्रग मार्केट पर भी है. हाल ही में कंपनी ने ऑनलाइन फार्मेसी स्टार्टअप PillPack को 1 बिलियन डॉलर में खरीदकर शुरुआत तो कर ही दी है.
अमेजन Alexa के बारे में तो आपने सुना ही होगा, एलेक्सा ने तेजी से अपनी जगह बनाई है. जो इस तरह के दूसरे प्रोडक्ट से ज्यादा 'स्मार्ट' बताई जाती है. कंपनी का मकसद ये है कि कुछ सालों में एलेक्सा को इतना काबिल बना दिया जाए कि उससे घर, लाइट और बाकी दूसरे काम भी ऑपरेट किए जा सकेंगे. यानी आर्टिफिशिएल इंटेलीजेंस में भी अमेजन की धमक जारी है.
Apple की कमाई के राज
एपल इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने 2018 की तीसरी तिमाही में कुल 4.18 आईफोन बेचे हैं. (फोटोः Twitter)
एपल इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने 2018 की तीसरी तिमाही में कुल 4.18 आईफोन बेचे हैं. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि साल-दर-साल आधार पर एपल की सेल्स ग्रोथ रेट 3 फीसदी हो सकती है. कंपनी ने इस फाइनेंशियल ईयर की तीसरी तिमाही में 53.3 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू हासिल किया है, जोकि एक साल पहले की तिमाही की तुलना में 17 फीसदी अधिक है. बताया जा रहा है कि इस तिमाही में एपल को सबसे ज्यादा रेवेन्यू सर्विसेज से मिला है, जिसमें एपल म्यूजिक, आईक्लाउड और एपल केयर शामिल है.