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Immersive Technology: कोरोना महामारी को करीब दो साल हो चुके हैं और दुनिया भर में हर कोई अभी भी अपने जीवन और आजीविका को पटरी पर लाने की कोशिश में लगा है. महामारी का असर केवल उद्योगों पर ही नहीं बल्कि निर्यात पर भी पड़ा है. वजह है, मांग में गिरावट. इसके अलावा नौकरियों के अवसरों में भी गिरावट आई है.
वैसे तो महामारी से ई-कॉमर्स और ऑर्गेनिक फार्मिंग जैसे उद्योगों को नई जीवन रेखा मिली है लेकिन दुनिया भर में लगे लॉकडाउन के कारण बिजनेस ऑपरेशन पर भी लॉनेग टर्म असर देखने को मिला है.
इससे हुआ क्या है? बिजनेस प्रोसेस को झटका लगा, उपभोक्ताओं के आत्मविश्वास में गिरावट आई. इसलिए कंपनियों ने अपने ग्राहकों का विश्वास जीतने और उन्हें अपने साथ जोड़े रखने के लिए नई रणनीतियों और लेटेस्ट टेक्नोलॉजी की तलाश शुरू कर दी है.
अगर आपके ब्रांड को लेकर कस्टमर का अच्छा इंप्रेशन है, तो वह आपके ब्रांड के लिए सबसे अच्छी बात है. तभी वह आपके ब्रांड में निवेश करेगा. लेकिन अब जैसे जैसे समय बदल रहा है, चुनौतियां बढ़ रही हैं वैसे ही (Proofed Custmore Expereince) कि मांग भी बढ़ रही है, यानी ऐसी टेकनॉलजी जो भविष्य में भी कारगर साबित हो सके.
अब अगर इन चुनौतियों का सामना करना है, फिर वे चाहे डिजिचल दुनिया में हो या ना हो, अपने ग्रहकों के व्यवहार को ट्रैक करना हो और उनसे नजदीकियां बढ़ाने के लिए ब्रांड अब अपने बिजनेस/कंटेंट को फिर से नए अंदाज में पेश करना चाहते हैं और इसके लिए वे AI (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) और डेटा एनालिटिक्स जैसी इमर्सिव टेक्नोलॉजीज का उपयोग कर रहे हैं.
आज के समय में अलग अलग बिजनेस के बीच प्रतिस्पर्धा बहुत बढ़ गई है, अगर दुकान ए से ग्राहक सहमति नहीं रखता तो वह दुकान बी या सी पर चला जाता है. इसलिए कंपनियां अब ग्राहकों के अच्छे अनुभव पर जोर दे रही है. महामारी सब कुछ ऑनलाइन हुआ, ग्राहक फीडबैक देने लगे, रेट करने लगे, स्टार्स देने लगे. इसलिए जरूरी है ग्राहकों के फीडबैक को हैंडल करना, इमर्सिव टेक्नोलॉजी की मदद से.
इससे कंपनियों/ब्रांड को ग्राहकों के साथ ठीक से बातचीत करने में मदद मिल सकती है, और पता लग सकता है कि वाकई में ग्राहक क्या चाहता है, उनकी जरूरतें क्या है. इसके बाद कंपनी अपने प्रोडक्ट को उस हिसाब से बदल सकती है. इमर्सिव टेक्नोलॉजीज के और भी कई फायदे हैं:
यह जानकारी इकट्ठा कर उसे डिजिटल डेटा में बदल देता है
ऑफलाइन और ऑनलाइन नार्केट के बीच जो दूरियां हैं उन्हें कम करने में मदद करता है
इससे बिक्री में वृद्धि होती है
ग्राहकों से कंपनी सीधे जुड़ सकती है
इमर्सिव टेक्नोलॉजीज में कंपनियों को ऐसी मदद मिलती है कि वह आज के समय के अनुसार ग्राहकों से रिश्ता कायम कर सकें साथ ही ब्रांड के प्रति निष्ठा बढ़ाने में मदद कर सकें. और क्या कर सकती है इमर्सिव टेक्नोलॉजी:
भविष्य का पूर्वानुमान करती है: इमर्सिव टेक्नोलॉजी कंपनियों को भविष्य की रणनीति विकसित करने के लिए बेहतर सुझाव और समझदारी से भरी सिफारिशें देता है. इस तरह की तकनीक से बिक्री का अनुमान लगता है, कंपनियों को सटीक विश्लेषण करने में सहयोग मिलता है. साथ ही इसकी सिफारिशों और आइडिया के आधार पर बिजनेस से संबंधी भविष्यवाणी करने में भी मदद मिल सकती है.
बढ़िया बिजनेस नेटवर्क: कॉर्पोरेट में टेक्नोलॉजी को शामिल करने से कई अवसर सामने आए हैं, जो कंपनियों को अपने ग्राहकों के साथ गहरा रिश्ता बनाने में सहायता कर सकते हैं.
ग्राहकों को बनाए रखता है और आरओआई में सुधार करता है: ग्राहकों की प्रतिक्रिया को बारीकी से समझने से बिक्री की मात्रा में तेजी से वृद्धि हो सकती है. कंपनी की नई रणनीतियों को भी विकसित कर सकते हैं, लम्बे समय तक ग्राहकों या क्लाइंट्स को अपने साथ बनाए रख सकते हैं और आरओआई (रिटर्न) में सुधार कर सकते हैं. बिजनेस को बढ़ाने में मदद करता है. यह सब इसलिए हो पाता है क्योंकि आपके पास ट्रेंड्स, ग्राहक अनुभव और फीडबैक उपलब्ध होता है.
इमर्सिव टेक्नोलॉजी में कंपनियों को सहयोग करने की भारी क्षमता है. ये टेक्नोलॉजीज कस्टमर सर्विस को बेहतर बनाकर कंपनियों के क्लाइंट्स को बेहद खुश कर सकती हैं. इन टेक्नोलॉजी में क्लाइंट्स से दूर से ही संपर्क करके उनसे डेटा पाने की जबर्दस्त क्षमता है.
(जैसल शाह एविडेस्टल टेक्नोलॉजीज के एमडी और CEO हैं. यह एक ओपिनियन पीस है और यहां व्यक्त किए गए विचार लेखक के अपने हैं. क्विंट हिंदी का इससे सहमत होना आवश्यक नहीं है.)
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