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कैमरापर्सन: मुकुल भंडारी
वीडियो एडिटर: प्रशांत चौहान
प्रोड्यूसर: इंदिरा बसु
BBC इंडिया के पूर्व चीफ सर मार्क टली भारत को कई भारतीयों से बेहतर जानते हैं. 1965 से दिल्ली उनका घर रहा है. 30 सालों से वो अपनी पार्टनर जिलियन राइट और अपने दो कुत्तों लैंग्री और सोनी के साथ निजामुद्दीन वेस्ट में बने अपने घर में रह रहे हैं.
1935 में इनका जन्म कलकत्ता में हुआ, इन्होंने दार्जिलिंग में पढ़ाई की और फिर दिल्ली में बसे. टली का भारत से जीवन भर का नाता है.
1971 भारत-पाकिस्तान युद्ध, इंदिरा गांधी की हत्या, भोपाल गैस त्रासदी, बाबरी मस्जिद गिराए जाने तक इन्होंने देश की कई बड़ी घटनाओं को कवर किया है.
उनके 84वें जन्मदिन के मौके पर क्विंट की इंदिरा बसु ने उनसे खास बातचीत की. पेश हैं इंटरव्यू के कुछ अंश:
अगर आप दिल्ली में नहीं होते तो फिर कहां सेटल होते?
शायद कलकत्ता, क्योंकि मैं वहीं पैदा हुआ था. मैं आपकी जिंदगी को फॉलो करने में बहुत विश्वास करता हूं. ये मेरे लिए, मेरी जिंदगी के लिए बहुत मायने रखता है. पूरा चक्कर लगाओ और कलकत्ता लौट आओ, सिर्फ यही वो दूसरी जगह है जहां सच में मैं रहना पसंद करूंगा, कहीं देहात में. लेकिन फिर, इसके साथ बहुत सारी समस्याएं जुड़ी हैं. कई लोग, जब वे रिटायर होते हैं, जाते हैं और देहात में रहते हैं और तब वे बहुत अकेले हो जाते हैं और मैं अकेला नहीं बनना चाहता.
क्या आपके लिए हिंदी सीखनाकाफी मुश्किल था?
हिंदी सीखने में सबसे बड़ी मुश्किल ये है कि हर कोई आपसे अंग्रेजी में बात करता है. जब भी मैं किसी से हिंदी में बात करना शुरू करता हूं, वे मुझे अंग्रेजी में जवाब देते हैं. यही सबसे बड़ी मुश्किल है. आपके आसपास ज्यादा हिंदी है ही नहीं.
पसंदीदा हिंदी शब्द/मुहावरा?
मुझे ‘बंदोबस्त’ शब्द बहुत पसंद है. मुझे याद है, मैं जब बच्चा था तब मेरे पिता लोगों को कहते थे “बंदोबस्त करो”. इसके अलावा हिंदी में बहुत सारे बेहतरीन मुहावरे हैं. मुझे बहुत पसंद है “हलचल मचाओ” या उसी तरह का और भी कुछ. ये पहली चीज है, जो मेरे दिमाग में आती है. शायद इसलिए क्योंकि मैंने इसे अभी हाल ही में सीखा है.
आपकी प्लेलिस्ट में भारतीय संगीत?
मैंने 4 अलग-अलग भारतीय संगीतकारों पर 4 रेडियो प्रोग्राम बनाए और वो बड़ा मजेदार था. मैंने पंडित रविशंकर पर एक प्रोग्राम बनाया, जो बहुत बढ़िया था. मुझे वो दिलचस्प लगे. मुझे लगा था कि वो घमंडी होंगे लेकिन वो ऐसे नहीं थे. मुझे बांसुरी बहुत पसंद है इसलिए, मुझे हरि प्रसाद चौरसिया बहुत पसंद हैं. मुझे गिरिजा देवी से प्यार है. मैंने उनका गाना सुना है. मैंने कई सारे भारतीय शास्त्रीय संगीतकारों को सुना है.
आपने पुजारी बनने के लिए अध्ययन किया थाक्या धर्म आपके लिए अभी भी काफी महत्व रखता है?
हां, बिल्कुल मैंने मंदिरों की यात्रा की, सेवाओं के लिए गया. अक्सर मंदिरों में आरती में गया, मैं मस्जिद भी गया हूं लेकिन मेरी परवरिश के मुताबिक मैं किश्चयन हूं और मैं अब भी एक चर्च जाने वाला किश्चयन हूं. भारत से मैंने ये सीखा है कि भगवान तक पहुंचने के कई तरीके हैं जैसा कि मैंने बताया, मैं एक किश्चयन बनने के लिए पैदा हुआ था इसलिए मैं किश्चयन तरीके से रहता हूं.
कोई ऐसी भारतीय आध्यात्मिक पद्धति जिसे आपने अपनाया?
हां, मैं भारतीय गुरुओं के पास गया हूं. मैंने इसके बारे में लिखा है. मैं योग करता हूं, मैं ध्यान करने में बहुत अच्छा नहीं हूं लेकिन मैं ध्यान भी करता हूं.
भारतीय जो आपके बेहद करीबी हैं?
सबसे अहम भारतीय जिन्होंने मेरी जिंदगी में अहम भूमिका निभाई, वो है ... मेरा परिवार. परिवार यानी कि एक शख्स जो मेरे पहले रसोइया थे- गरीब दास. उनके परिवार ने मेरे लिए हर वक्त काम किया है. मैं भारत में रहा हूं ... लगभग हर समय और वे मेरे लिए सबसे अच्छे रहे हैं. मेरी और जिली (टल्ली की पार्टनर) की देखभाल की और मेरे चारों बच्चे उनसे प्यार करते हैं. जब भी वे (बच्चे) भारत आते हैं, उन्हें बबली (गरीब की बेटी) से मिलना होता है जो मेरी रसोइया हैं. काका, जो उनके बेटे हैं और हमारे ड्राईवर हैं लेकिन वो ड्राईविंग के अलावा भी हमारे लिए बहुत कुछ करते हैं.
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