Home Videos तस्वीरों के जरिए दिग्गजों के रहस्य समझाने वाले पत्रकार प्रवीण जैन
तस्वीरों के जरिए दिग्गजों के रहस्य समझाने वाले पत्रकार प्रवीण जैन
35 साल से बतौर पॉलिटिकल फोटोग्राफर काम कर रहे प्रवीण जैन ने भारतीय राजनीति को करीब से देखा है
द क्विंट
वीडियो
Published:
i
वो फोटो पत्रकार जिसने दिग्गज नेताओं की तस्वीरें और राज कैमरे में किया कैद
(फोटो: द क्विंट)
✕
advertisement
वीडियो एडिटर: पुनीत भाटिया कैमरापर्सन: अभय शर्मा
35 साल से बतौर पॉलिटिकल फोटोग्राफर काम कर रहे प्रवीण जैन ने भारतीय राजनीति को करीब से देखा है. उन्होंने कई दिग्गजों को पैदा होते, उनकी किस्मत बदलते और राजनीति में हुए कई बड़े बदलाव को अपने कैमरे में कैद भी किया है.
सिर्फ राजनीति ही नहीं भूकंप से लेकर हाशिमपुरा दंगों तक पर उनकी तस्वीरें कई राज खोलती नजर आती हैं. मेरठ में हुए हाशिमपुरा कांड को उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए कैप्चर किया था. इस कांड में 42 लोगों की हत्या कर दी गई थी.
पुलिसवालों ने जैन की पिटाई भी की थी, लेकिन उन्होंने बस के पीछे छिपकर ये तस्वीर खींची(फोटो: प्रवीण जैन)
प्रवीण जैन को ये पता नहीं था, लेकिन इनमें से कई लोगों की हत्या कर दी गई(फोटो: प्रवीण जैन)
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
कभी सर्वेंट क्वॉर्टर में रहने वाले लालू प्रसाद यादव सत्ता के शीर्ष तक कैसे पहुंचे, बड़ी ही बारीकी से प्रवीण जैन ने ये देखा है. वो कहते हैं,
लालू-राबड़ी देवी सर्वेंट क्वार्टर में रहते थे(फोटो: प्रवीण जैन)
लालू-राबड़ी देवी सर्वेंट क्वार्टर में रहते थे. उनके भाई का सर्वेंट क्वार्टर था तो उस वक्त उनकी स्थिति बहुत बुरी थी. राबड़ी जी से मैंने पुछा भी था तो वो कहती थी कि नहीं हमें इसी सर्वेंट क्वॉर्टर में रहना अच्छा लगता है और यही हमारी पसंदीदा जगह है. वो ऐसे बैठे हैं जैसे कि ये सिंहासन है और ये इनके सांसद है. जैसे होते हैं ना बाहुबली. उस समय ये भारतीय राजनीति के सबसे ताकतवर शख्स थे.
प्रवीण जैन
कभी सर्वेंट क्वॉर्टर में रहने वाले लालू प्रसाद यादव सत्ता के शीर्ष तक कैसे पहुंचे, तस्वीरें बताती हैं(फोटो: प्रवीण जैन)
प्रवीण जैन ने ही पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की वो तस्वीर खींची थी, जिसके बाद देवगौड़ा 'द स्लीपिंग पीएम' कहलाए. जैन ने उनकी सोते हुए तस्वीर कैप्चर की थी.
‘द स्लीपिंग पीएम’, देवगौड़ा(फोटो: प्रवीण जैन)
जैन कहते हैं कि उनकी हर तस्वीर नेचुरल है, पोज वाली तस्वीर वो नहीं खींचते.
अगर (रामविलास) पासवान अचानक पकौड़े बना रहे हैं तो उनको नहीं मालूम कि मैं फोटो खींच रहा हूं. सबके चेहरे की कुछ ऐसी हरकतें होती हैं, जिससे कोई प्रतिक्रिया देता है जैसे, राजीव गांधी के चेहरे के जो भाव होते थे, उन्हें खींचने में अलग मजा होता था. जैसे मनमोहन सिंह हैं उनके चेहरे पर कुछ भाव ही नहीं हैं
प्रवीण जैन
प्रवीण जैन की अपने साथी फोटो पत्रकारों को सबक देकर कहते हैं- हर फोटोग्राफर जो क्लिक आज कर रहा है, उसे समझना चाहिए कि वो इतिहास रच रहा है.