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मार्च 2021 में, भारत बायोटेक ने कहा कि उसके तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल परिणामों से पता चला है कि 'कोवैक्सीन' 81 प्रतिशत प्रभावी है. ये एक असरदार नंबर है, लेकिन सवाल ये है कि टीके कहां हैं?
यहां तक कि दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय मांगों को पूरा करने के लिए जबरदस्त दबाव में है क्योंकि देश COVID-19 मामलों में दुनिया के सबसे खराब उछाल से जूझ रहा है. नतीजा, कई राज्यों ने टीके की कमी के कारण 18-44 वर्ष के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान को स्थगित कर दिया है.
अब रूस के गामालेया नेशनल सेंटर द्वारा विकसित तीसरे टीके, स्पुतनिक वी के आगमन के साथ, उम्मीद करते हैं कि भारत दिसंबर 2021 तक पूरे देश में टीकाकरण के अपने लक्ष्य को पूरा कर लेगा. अभी के लिए, जो भारत में उपलब्ध COVID-19 टीके हैं उनके प्रभाव का मूल्यांकन करते हैं. इस जानकारी के लिए बीसी आंटी उर्फ स्नेहिल दीक्षित मेहरा की विशेषता वाला ये वीडियो देखिए.
स्क्रिप्ट : दिव्या तलवार
परफॉर्मर: स्नेहिल दीक्षित मेहरा
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