Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Videos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019कोरोनावायरस लॉकडाउन: मुसीबत में मजदूर, 5 चीजें तुरंत करनी होंगी

कोरोनावायरस लॉकडाउन: मुसीबत में मजदूर, 5 चीजें तुरंत करनी होंगी

दिहाड़ी मजदूरों पर कोरोनावायरस लॉकडाउन का बुरा असर

योगेंद्र यादव
वीडियो
Published:
i
null
null

advertisement

कोरोनावायरस एक अजीब बीमारी है. ये शुरू हुई अमीरों से जो विदेश गए, वहां के लोगों से संपर्क में रहे और इसका कहर ज्यादा बरपा गरीबों पर. चलती रही जिंदगी में आज हमारा फोकस है दिहाड़ी कामगारों, मजदूरों पर.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

बेंगलुरु की एक ट्रेड यूनियन AICCTU ने 24 मार्च को एक रिपोर्ट जारी की. उन्होंने बताया कि बेंगलुरु के दिहाड़ी मजदूरों के साथ क्या हो रहा है?

इस एक शहर में 5 लाख से ज्यादा लोग गारमेंट इंडस्ट्री में काम करते हैं. 2 लाख लोग ऑटो चलाते हैं, डेढ़ लाख लोग टैक्सी चलाते हैं. 4 लाख घरेलू कामगार हैं. इसके अलावा कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री में काम करने वाले, जोमैटो, स्विगी में काम करने वाले अलग से हैं.

रिपोर्ट बताती है कि इनमें से 70% लोगों की कमाई पर असर पड़ा है और ये रिपोर्ट 22 तारीख से पहले की है, जब पाबंदियां कम थी.

हाल आज ये है कि लोगों को नौकरियों से बाहर निकाला जा रहा है, पेमेंट नहीं मिल रही है. कमाई कम हो गया है, खर्चा बढ़ गया है. क्योंकि चीजें महंगी हो गई है. 30% के करीब लोगों के पास राशन कार्ड भी नहीं है.

दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में बाहर से आए, माइग्रेटेड मजदूरों की हालत हमने देखी. ये बाहर से आए हैं, अपने गांव बिहार-यूपी जहां भी है, वहां वापस जाना चाहते हैं. लेकिन उनके पास पैसे नहीं हैं. उनका बकाया पेमेंट उन्हें नहीं मिला है. जो लोग निकल चुके हैं, उनमें से बड़ी संख्या में मजदूर रास्ते में अटके हुए हैं. हमारे पास रिपोर्ट आ रही है, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर, पटना में भी ऐसी स्थिति है. कोई उन्हें उनके गांव तक पहुंचाने की व्यवस्था करने वाला नहीं है. कुछ मजदूर तो पैदल चल रहे हैं क्योंकि उनके पास कोई चारा नहीं है.

इस समस्या को सुलझाने के सुझाव क्या है?

24 मार्च को संतोष गंगवार ने सभी राज्य सरकारों को कहा है कि निर्माण फंड से वो मजदूरों को पैसा दें. ये बहुत अच्छी बात है.

5 और सुझाव हैं जो अपनाए जा सकते हैं.

  1. इमरजेंसी ट्रेन नहीं तो कम से कम बसें चलवाई जाएं ताकि जो लोग रास्ते में फंसे हुए हैं, उन्हें उनके गांव तक पहुंचाने की व्यवस्था हो.
  2. रिट्रेंचमेंट पर बैन. सभी उद्योगों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया जाए कि कच्चे, पक्के कर्मचारियों को नौकरी से हटाया ना जाए.
  3. मकानमालिक किसी भी किरायेदार से घर खाली करने को न कहें, इसपर बैन लगाा जाए.
  4. बिजली और पानी के बिल इस समय माफ कर दिए जाएं.
  5. खाने का संकट आ रहा है. तमाम लोगों को चाहे जिनके पास राशन कार्ड हो या ना हो. उन्हें एक न्यूनतम राशन जिसमें गेहूं, चावल के अलावा दाल, तेल, साबुन उपलब्ध कराई जाए.

ताकि चलती रहे जिंदगी.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT