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सर्जिकल स्ट्राइक के हीरो DS हुड्डा बोले, पुलवामा हमले का बदला लें
दीपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि सरकार को जवाबी कार्रवाई करनी होगी
क्विंट हिंदी
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दीपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि सरकार को जवाबी कार्रवाई करनी होगी
(फोटो: द क्विंट)
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रिटायर्डलेफ्टिनेंट जनरल दीपेंद्र सिंह हुड्डाने पुलवामा हमले को लेकर सरकार को चेताया है. उन्होंने द क्विंट के साथ खास बातचीत में कहा कि “सरकार को जवाबी कार्रवाई करनी होगी. पाकिस्तान पर दबाव डालना होगा. कुछ भी नहीं करना, ये कोई विकल्प नहीं है.”
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हमले के बाद सरकार को किस तरह के कदम उठाने चाहिए? इस बारे में दीपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है
सरकार को जवाबी कार्रवाई करनी होगी. अब वो किस रूप और आकार में होता है, सरकार को ये ध्यान से सोचने की जरूरत है. पाकिस्तान पर इकनॉमिक या मिलिट्री प्रेशर डालना होगा.
दीपेंद्र सिंह हुड्डा, रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल
उन्होंने कहा कि सरकार काजनता की भावनाओं में बहने से कामनहीं चलेगा.
मुझे लगता है कि सरकार को जनता की राय के साथ नहीं बह जाना चाहिए. तय करें कि आगे का सबसे अच्छा तरीका क्या है, जवाब कैसे दिया जाए, कई विकल्पों को देखें और ध्यान से स्टडी कर, उनके नतीजे पर भी स्टडी करें. उदाहरण के लिए, अगर आप मिलिट्री ऑप्शन के बारे में सोच रहे हैं तो उसको आप कितना बढ़ा सकतें हैं, उसपर पाकिस्तान का रियक्शन कैसे आएगा? हम उसके लिए कितने तैयार हैं? इन सभी चीजों पर बहस की जरूरत है. मैं ये नहीं देख सकता कि सरकार कार्रवाई नहीं कर रही है, वो कार्रवाई करेंगे.
दीपेंद्र सिंह हुड्डा, रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल
'मौजूदा डिफेंस बजट काफी नहीं है'
डीएस हुड्डा ने रक्षा बजट को लेकर भी चिंता जताई.
आर्मी के पास 68% उपकरण पुराने जमाने के हैं. ये पिछले आर्मी वाइस चीफ का कहना था. लेकिन रक्षा बजट का मौजूदा आवंटन, खासतौर से वो पूंजी आवंटन जो आधुनिकीकरण के लिए आवंटित किए गए हैं, मेरे हिसाब से वो अपर्याप्त हैं. ऐसे में, ये मेरा डर ही है कि जिस तेजी से सैन्य उपकरणों का आधुनिकीकरण हम चाहते हैं उसके आसार नहीं है.
दीपेंद्र सिंह हुड्डा, रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल
‘पाकिस्तान को भारत के राजनीतिक माहौल के बारे में जानकारी’
उन्होंने कहा, पुलवामा हमला ये संकेत देता है कि पाकिस्तान अब बड़े जोखिम लेने को तैयार है.
वो(पाकिस्तान) अच्छी तरह से जानते होंगे कि इसके बाद क्या हो सकता है. वो देश में राजनीतिक माहौल के बारे में बेहतर तरीके से जानते हैं, और ये भी जानते हैं कि हम क्या कर सकते हैं. मुझे लगता है कि हमें यहां खुद को देखना चाहिए. क्या हमारे पास पाकिस्तान के लिए कोई कंसिस्टेंट पॉलिसी है? ऐसी पॉलिसी जो पाकिस्तानी पर डिप्लोमैटिकली और मिलिट्री दोनों तरह के दबाव डाल सके.
दीपेंद्र सिंह हुड्डा, रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल
बता दें, कांग्रेस ने 21 फरवरी को सर्जिकल स्ट्राइक की अगुवाई करने वाले जनरल हुड्डा की अध्यक्षता में टास्कफोर्स बना दिया है जो देश की सिक्योरिटी पर एक विजन पेपर तैयार करेगा.