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वीडियो एडिटर: विशाल कुमार
कैमरा: नितिन चोपड़ा
किसानों को किन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है? क्या उन्हें फसलों का सही दाम मिलता है? 2019 के लोकसभा चुनाव में वे किसे वोट देंगे? इन सवालों को ध्यान में रखते हुए,क्विंट की चौपाल पहुंची उत्तर प्रदेश के मथुरा में और बात की किसानों से.
फसल बर्बाद होने से लेकर सरकारी तंत्र के बीमा राशि का भुगतान न करने तक, मथुरा में किसानों का कहना है कि उन्हें बुरे हाल में छोड़ दिया गया है. क्षेत्र में किसानों के सामने आने वाली सबसे बड़ी समस्या के बारे में पूछे जाने पर, अरविंद कुमार शर्मा कहते हैं कि उनके गांव के अधिकांश किसानों की धान की फसल कीट के वजह से बर्बाद हो गई. फसलों को बचाने के लिए कीटनाशक का भी असर नहीं हो पाया.
जब फसलें बर्बाद हुईं, तो मथुरा के किसानों ने सोचा कि उन्हें सरकार से मुआवजा मिलेगा. किसानों का दावा है कि उन्होंने संबंधित विभाग में अपने नाम भी दर्ज कराए थे, लेकिन कोई मुआवजा नहीं मिल सका.
सिर्फ इंश्योरेंस के बावजूद मुआवजा ही नहीं, किसानों का कहना है कि उन्हें उनकी फसलों का सही दाम नहीं मिलता है, क्योंकि सरकार के पास सीधे अपनी उपज बेचने का कोई तरीका नहीं है. केएल डांगर ने आरोप लगाया कि वे बिचौलियों को फसल बेचने के लिए मजबूर हैं, जो इसे सरकार की ओर से तय किए गए न्यूनतम समर्थन मूल्य(एमएसपी) से कम कीमत पर खरीदते हैं.
लेकिन सभी परेशानियों के बावजूद, अधिकांश किसानों का कहना है कि वे 2019 में बीजेपी को वोट देंगे. इसकी वजह पूछे जाने पर किसान कृष्णकांत मिश्रा कहते हैं कि पीएम मोदी दुनियाभर में मशहूर होनेवाले एकमात्र भारतीय नेता हैं. उन्होंने कहा, “भले ही किसान पीड़ित हों, पीएम मोदी सुनिश्चित कर रहे हैं कि देश आगे बढ़े.”
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