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लालू यादव की गैरमौजूगी में राष्ट्रीय जनता दल की जिम्मेदारी तेजस्वी यादव संभाल रहे हैं. तेजस्वी के मुताबिक बीजेपी को सबसे ज्यादा डर लालू यादव से लगता है. 2019 लोकसभा चुनावों को लेकर तेजस्वी ने क्विंट से खास बातचीत की और कई मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी.
लालू यादव की गैरमौजूदगी में मुश्किल हो रही है?
मैंने बहुत चुनाव देखे हैं. हर चुनाव में लालू जी साथ रहे. मेरा मानना है कि ये देश का अब तक का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है. इस चुनाव में लालूजी की कमी खल रही है और उनको साजिश के तहत जेल में बंद कर दिया गया है. लालू जी एक शख्सियत ही नहीं एक विचारधारा हैं. लालू जी के विचार को मानने वाले लोग हैं. लोगों में काफी गुस्सा है कि लालू जी के साथ नाइंसाफी हो रही है.
अनुभव की कमी होने की वजह से कहा जा रहा है कि आप पार्टी को संभाल नहीं पा रहे हैं?
जब इधर इतनी मिसमैनेजमेंट है तो बीजेपी-जेडीयू के लोग इतनी मेहनत क्यों कर रहे हैं? सभी घर बैठकर खाएं-पीएं. एनडीए क्यों टूटी? नीतीश जी को 17 सीटें दी गईं हैं. उसमें से एक भी जीत जाते हैं तो क्या वो एनडीए के साथ रहेंगे? क्या कोई नीतीश कुमार की गारंटी ले सकता है? बीजेपी को सलाह है-मिसमैनेजमेंट का आरोप इधर ना लगाएं और अपने मैनेजमेंट को देखें. नीतीश कुमार से तुरंत एफेडेविट कराएं, जिससे वो फिर पलटी ना मारें.
उन्होंने कहा कि पिछड़ों का आरक्षण खतरे में है. सवर्णों को आरक्षण सिर्फ झुनझुना है जो लोगों को बाद में समझ में आएगा.
पारिवारिक अनबन के मामले में तेजस्वी ने कहा कि देश के चुनाव में परिवार की चर्चा नहीं होनी चाहिए. तेजस्वी को उम्मीद है कि उनको बिहार में एनडीए से दोगनी सीटें आएंगी और देश के अगले पीएम राहुल गांधी ही होंगे.
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