Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Videos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019धन की बात एपिसोड 7। लोन लेने जा रहे हैं, ये बातें गांठ बांध लीजिए

धन की बात एपिसोड 7। लोन लेने जा रहे हैं, ये बातें गांठ बांध लीजिए

जानिए कितनी तरह के होते हैं लोन और कब लेना है जरूरी?

क्विंट हिंदी
वीडियो
Updated:
धन की बात के इस एपिसोड में आज हम ऐसी ही चीजों की बात करेंगे जो अक्सर हम लोन लेने से पहले नहीं सोचते.
i
धन की बात के इस एपिसोड में आज हम ऐसी ही चीजों की बात करेंगे जो अक्सर हम लोन लेने से पहले नहीं सोचते.
(फोटो: कनिष्क दांगी/क्विंट)

advertisement

पैसों की जरूरत हर किसी को होती है. फिर चाहे घर खरीदना हो या गाड़ी, इलाज कराना हो या घूमने जाना. पैसों की कमी को पूरा करने के लिए अक्सर हम Loan लेने का फैसला करते हैं. लेकिन जल्दबाजी में हम कई ऐसे फैसले ले लेते हैं जिनकी वजह से हमें बाद में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

धन की बात के इस एपिसोड में आज हम ऐसी ही चीजों की बात करेंगे जो अक्सर हम लोन लेने से पहले नहीं सोचते.

किसी भी तरह का लोन लेने से पहले हमारे मन में कई तरह के सवाल उठते हैं.

  • कितना, किस रेट पर और कहां से लोन लें?
  • Secured लें, Unsecured, Fixed Rate या Floating Rate?

तो इन सभी सवालों के जवाब आपको यहां मिलेंगे.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

सबसे पहली बात ये है कि लोन तभी लें जब आपको उसकी जरूरत है. मौज या शौक पूरा करने के लिए लोन कतई न लें.

कितने तरीके के लोन हैं?


लोन दो तरह के होते हैं.

  • Secured Loan
  • Unsecured Loan

Secured Loan

ये इस तरह के लोन होते हैं जिसमे बैंक के लिए रिस्क फैक्टर कम होता है क्योंकि यह किसी तरह की प्रॉपर्टी या गोल्ड जैसी चीज के एवज में दिया जाता है. जब तक आप लोन को चुकता नहीं करते, उसका स्वामित्व आपकी फाइनेंशियल संस्था के पास ही रहता है. जैसे ही लोन चुका दिया जाता है आपको नो ड्यूस सर्टिफिकेट मिल जाता है.

Unsecured Loan

अनसिक्योर्ड लोन के लिए किसी भी तरह की कोई सुरक्षा गारंटी नहीं देनी होती है और यह केवल उस आधार पर दिया जाता है जिससे आपके आय और खर्च का निर्धारण हो सके. पर्सनल लोन इसी के तहत आता है.

कितना लोन लेना सही है?

अगर आपने होम लोन लिया है तो आप अपनी आमदनी में से 40%-50% से ज्यादा EMI न रखें. इससे भविष्य में आपको दिक्कत हो सकती है.

होम लोन के अलावा दूसरे मामलों में 20-25% से ज्यादा EMI नहीं होनी चाहिए.अगर आपने एक से ज्यादा लोन लिए हैं तब भी आपको ये ध्यान रखना होगा कि EMI आपकी आमदनी की 45%-50% से ज्यादा न हो.

एक जरूरी बात ये है कि आपके पास अपने 90 दिन के खर्च का बैलेंस सेविंग के रूप में होना चाहिए, जो आपके मुश्किल वक्त में काम आएगा.

आप भी पर्सनल फाइनेंस से जुड़े अपने सवाल हमें भेज सकते हैं. हमारा ईमेल आईडी है: dhankibaat@thequint.com

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 05 Apr 2018,07:53 AM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT