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पैसों की जरूरत हर किसी को होती है. फिर चाहे घर खरीदना हो या गाड़ी, इलाज कराना हो या घूमने जाना. पैसों की कमी को पूरा करने के लिए अक्सर हम Loan लेने का फैसला करते हैं. लेकिन जल्दबाजी में हम कई ऐसे फैसले ले लेते हैं जिनकी वजह से हमें बाद में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
धन की बात के इस एपिसोड में आज हम ऐसी ही चीजों की बात करेंगे जो अक्सर हम लोन लेने से पहले नहीं सोचते.
किसी भी तरह का लोन लेने से पहले हमारे मन में कई तरह के सवाल उठते हैं.
तो इन सभी सवालों के जवाब आपको यहां मिलेंगे.
सबसे पहली बात ये है कि लोन तभी लें जब आपको उसकी जरूरत है. मौज या शौक पूरा करने के लिए लोन कतई न लें.
लोन दो तरह के होते हैं.
ये इस तरह के लोन होते हैं जिसमे बैंक के लिए रिस्क फैक्टर कम होता है क्योंकि यह किसी तरह की प्रॉपर्टी या गोल्ड जैसी चीज के एवज में दिया जाता है. जब तक आप लोन को चुकता नहीं करते, उसका स्वामित्व आपकी फाइनेंशियल संस्था के पास ही रहता है. जैसे ही लोन चुका दिया जाता है आपको नो ड्यूस सर्टिफिकेट मिल जाता है.
अनसिक्योर्ड लोन के लिए किसी भी तरह की कोई सुरक्षा गारंटी नहीं देनी होती है और यह केवल उस आधार पर दिया जाता है जिससे आपके आय और खर्च का निर्धारण हो सके. पर्सनल लोन इसी के तहत आता है.
अगर आपने होम लोन लिया है तो आप अपनी आमदनी में से 40%-50% से ज्यादा EMI न रखें. इससे भविष्य में आपको दिक्कत हो सकती है.
एक जरूरी बात ये है कि आपके पास अपने 90 दिन के खर्च का बैलेंस सेविंग के रूप में होना चाहिए, जो आपके मुश्किल वक्त में काम आएगा.
आप भी पर्सनल फाइनेंस से जुड़े अपने सवाल हमें भेज सकते हैं. हमारा ईमेल आईडी है: dhankibaat@thequint.com
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