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गुरुग्राम में खुले में नमाज के विरोध में गोवर्धन पूजा का आयोजन किया गया. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता कपिल मिश्रा (Kapil Mishra), सुरेश अमू और विश्व हिन्दू परिषद के नेता सुरेन्द्र जैन गुरुग्राम के सेक्टर 12 में इकट्ठा हुए और गोवर्धन पूजा किया, लेकिन इनकी मौजूदगी सिर्फ पूजा के लिए नहीं थी. गुरुग्राम (Gurugram) में खुले में नमाज के खिलाफ विरोध करना ज्यादा था.
इन नेताओं की मौजूदगी इस बात की ओर संकेत था कि पिछले कई हफ्तों से लगातार जो खुले में नमाज को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है, उसके प्रति बीजेपी अपनी सहमति प्रदर्शित करती है.
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि हर हफ्ते धार्मिक गतिविधि के नाम पर सड़कें बंद करना, ये देश में कहीं भी नहीं होना चाहिए. इस बात को गुरुग्राम प्रशासन ने भी माना है.
वीएचपी नेता सुरेन्द्र जैन ने कहा कि वो कह रहे थे कि हमें नमाज पढ़ने की जगह चाहिए, जगह दी गयी थी 1947 में. तुमको पाकिस्तान दे दिया नमाज पढ़ने के लिए, जिसको खुले में नमाज पढ़ना हो, वो पाकिस्तान जा सकता है. केवल गुरुग्राम में नहीं, पूरे देश के अंदर तुमको खुले में नमाज नहीं पढ़ने दी जाएगी.
कार्यक्रम में शामिल नेताओं ने दावा किया कि मुसलमानों ने उन्हें 2018 में जुमे की नमाज के लिए हरियाणा सरकार द्वारा आवंटित 37 स्थलों के बारे में झूठ बोला था.
महावीर भारद्वाज ने कहा कि कोई भी जगह एलॉटेड नहीं थी. यह केवल मुस्लिम नेताओं द्वारा बताया गया था.
37 साइटों की सूची को लेकर क्या उसी स्थान पर पूजा करने से ये सार्वजनिक स्थल की बात न होकर साम्प्रदायिक राजनीति की बात नहीं हो जाती?
इस सवाल का जवाब देते हुए सुरेन्द्र जैन ने कहा कि ये धार्मिक नहीं राष्ट्रीय महत्व का मुद्दा है, क्योंकि आज वो नमाज पढ़ रहे हैं कल को वो कहेंगे कि मस्जिद बनाएंगे. आजादी से पहले भी इन्होंने कुछ जगहें मांगी थी नमाज पढ़ने के लिए, आज वहां सब जगह बड़ी-बड़ी मस्जिदें बन चुकी हैं
मुस्लिम एकता मंच के सदस्य शहजाद खान ने कहा कि आप मुझे एक जगह बताइए जहां नमाज के लिए रास्ते बंद कर दिए गए थे, हम उन जगहों पर नमाज पढ़ना बंद कर देंगे.
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