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"पार्टी के अंदर कुछ बातें होती हैं, ये नाराजगी की बात नहीं है, मुद्दे होते हैं, फैसले होते हैं, और हम पार्टी के अंदर उन बातों को उठाते हैं. लोगों की उम्मीदें होती हैं, फिर मंथन होते हैं. टिकट बंटवारे को लेकर कुछ विवाद थे, अब देखेंगे कि पार्टी के अंदर हमारी बात चलती है." ये बयान है हरियाणा के सिरसा से कांग्रेस सांसद, हरियाणा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष, कांग्रेस की दलित और महिला चेहरा कुमारी शैलजा का.
दरअसल, हरियाणा चुनाव में कांग्रेस के टिकट बंटवारे के बाद कुमारी शैलजा कुछ दिनों के लिए चुनावी प्रचार से लेकर घोषणापत्र जारी होने वाले कार्यक्रम में नहीं दिखीं, जिसके बाद कुमारी शैलजा को लेकर सवाल उठने लगे. इसी बीच पूर्व सीएम और बीजेपी नेता मनोहर लाल खट्टर ने कुमारी शैलजा को बीजेपी में आने का ऑफर दिया. वहीं कुमारी शैलजा और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा से अदावत की खबरों को भी बल मिला.
माना जाता है कि कांग्रेस के टिकट बंटवारे में हुड्डा गुट के ज्यादा लोगों को टिकट मिलने की वजह से कुमारी शैलजा नाराज हो गई थीं. इन्हीं सब मुद्दों को लेकर क्विंट ने कुमारी शैलजा से खास बात की.
क्या कुमारी शैलजा सीएम पद की रेस से बाहर हो गई हैं?
हरियाणा चुनाव के बीच 13 दिनों से आप कहां थीं?
भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट के कैंडीडेट के लिए प्रचार करेंगी?
बीजेपी जॉइन करने का खुला ऑफर मिला था?
बता दें कि कुमारी शैलजा, कांग्रेस नेता चौधरी दलबीर सिंह की बेटी हैं. वो हरियाणा में कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा हैं. इससे पहले वो अंबाला से भी सांसद रह चुकी हैं.
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