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77 की उम्र में शुरुआत: देख दादी की हिम्मत, हार गई मुसीबत

दो बार हार्टअटैक, 77 की उम्र में रोज 12 घंटे काम करती हैं दादी  

दिव्या तलवार
वीडियो
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(फोटो: क्विंट हिंदी)
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(फोटो: क्विंट हिंदी)

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वीडियो एडिटर: वीरू कृष्ण मोहन

कैमरा संजूय देब

मुंबई की रहने वालीं उर्मिला जमनादास अशर उर्फ गुज्जूबेन की उम्र 77 साल है, इस उम्र में वो अपने पोते हर्ष अशर के साथ होममेड नाश्ता का कारोबार करती हैं, जिसमे हर्ष बिजनेस और उससे जुड़े बाकी काम देखता है तो वहीं उनकी दादी यानी उर्मिला जी क्वॉलिटी और स्वाद का डिपार्टमेंट देखती हैं.

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उर्मिला जी की जिंदगी काफी प्रोत्साहित करने वाली है, उनकी बेटी ढाई साल की थी जब वो उंची बिल्डिंग से गिर गई उसकी मौत हो गई. उनके बड़े बेटे को भी उन्होंने ब्रेन ट्यूमर की वजह से खो दिया, उनके छोटे बेटे की दिल की बीमारी से मृत्यु हो गई. अब सिर्फ उर्मिला ही अपने परिवार को जोड़े रखी हैं. अब उनके परिवार में सिर्फ उनका पोता हर्ष है, हर्ष का कुछ वक्त पहले ही एक्सीडेंट हुआ है जिसमे उन्हें काफी गंभीर चोटें आई. और एक बार फिर उर्मिला परिवार का ताकत देने का जरिया बनीं.

77 साल की उर्मिला जी का जितना कठिन वक्त गुजरा उतना ही वो मजबूत होती चली गईं, अब हर्ष के बिजनेस 'गुज्जूबेन न नास्ता' में उसकी मदद कर रही हैं, उर्मिला के बारे में हर्ष कहते हैं कि-

दादी पूरे हफ्ते 80 घंटे काम करती हैं, हम भी उतना नहीं कर पाते, लेकिन दादी बिना किसी शिकायत के बस काम निपटती चली जाती हैं

उर्मिला सुबह 7 बजे काम करना शुरू करती हैं और बिना किसी ब्रेक के रात 9 बजे तक काम करती रहती हैं, यानी जब तक आखिरी ऑर्डर पिक नहीं कर लिया जाता, तब तक दादी काम ही करती हैं. दादी के किचन डिपार्टमेंट में उनकी मदद के लिए दो लोग हैं और साथ ही दो लोग डिलीवरी के लिए हैं, हर्ष सारा अकाउंट देखता है.

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