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वीडियो एडिटर: संदीप सुमन
वीडियो प्रोड्यूसर: कौशिकी कश्यप
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370, 35 'ए' हटाए जाने के फैसले के बाद यहां के लोगों को बाकी देश से संपर्क करने में दिक्कत हो रही है. ऐसे में क्विंट हिंदी पहुंचा है श्रीनगर. क्विंट ग्राउंड रिपोर्ट की इस स्पेशल सीरीज में आप देख रहे हैं श्रीनगर की जमीनी हकीकत.
इस कड़ी में देखिए घाटी में कम्यूनिकेशन ठप पड़ने पर उन परिवारों पर क्या बीत रही है, जिनके बच्चे, रिश्तेदार देश के दूसरे हिस्से या विदेशों में रह रहे हैं.
श्रीनगर के बशीर अहमद और उनका परिवार दिल्ली में नौकरी करने आए खालिद का हाल जानने को बेहाल है. खालिद की मां कहती हैं,
हालांकि खालिद के पिता बशीर अहमद किसी तरह उनसे संपर्क करने में कामयाब हो गए.
बशीर को फोन पर खालिद ने बताया कि वो श्रीनगर आ रहे हैं. लेकिन खुद बशीर नहीं चाहते कि वो फिलहाल घर वापस आएं. इसकी वजह वो बताते हैं,
फिलहाल घाटी में हालात ऐसे हैं कि खाने-पीने की चीजें भी लोगों को आसानी से मुहैया नहीं हो पा रही. सारे बैंक बंद हैं. ऐसे में परिवार बाहर रहने वाले बच्चों को पैसे भी नहीं भेज पा रहे.
श्रीनगरके ही नजीर अहमद ने बताया कि
वो काफी मायूसी से अपनी बात ये कहते हुए खत्म करते हैं, "सबकुछ खत्म है, इधर कुछ रहा ही नहीं अब."
आर्टिकल 370 पर फैसला लागू के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में कर्फ्यू लगा है और मोबाइल, इंटरनेट सेवा बंद है. राज्य में बड़ी तादाद में अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं.
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