Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Videos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019 निवेश के ये बेसिक फंडे आपको बना देंगे स्मार्ट इन्वेस्टर

निवेश के ये बेसिक फंडे आपको बना देंगे स्मार्ट इन्वेस्टर

अच्छा निवेशक वो होता है जो खुद के फाइनेंशियल लक्ष्य को अच्छे से समझता है.

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एक अच्छा इनवेस्टर अपने फाइनेंशियल लक्ष्यों को बखूबी समझता है. 
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एक अच्छा इनवेस्टर अपने फाइनेंशियल लक्ष्यों को बखूबी समझता है. 
(फोटो: क्विंट हिंदी)

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शेयर बाजार में निवेश की कम जानकारी की वजह से लोग मार्केट से दूर रहते हैं और हम ये बिलकुल भी नहीं चाहते हैं कि आपके साथ भी ऐसा हो. यही वजह है कि NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) के आपको वो सारी जरूरी जानकारी देगा जिससे आप एक अच्छे निवेशक बन सकते हैं और मोटा मुनाफा घर ले जा सकते हैं.

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द क्विंट के एडिटोरियल डायरेक्टर संजय पुगलिया आपको बताएंगे कि कैसे एक स्मार्ट इन्वेस्टर बना जा सकता है. इसके लिए किन छोटी-छोटी बातों का हमें ध्यान रखना चाहिए.

क्या है स्मार्ट इन्वेस्टिंग?

सीधे शब्दों में कहें तो स्मार्ट इन्वेस्टिंग या स्मार्ट इन्वेस्टर वो होता है जिसे निवेश के बेसिक फंडे की जानकारी हो. ये अहम जानकारियां क्या हैं ये हम आपको बताएंगे.

1. निवेश के अमाउंट का लक्ष्य तय करें

अच्छा निवेशक वो होता है जो खुद के फाइनेंशियल लक्ष्य को अच्छे से समझता है. सबसे पहले आपको निवेश के अमाउंट का लक्ष्य तय करना होगा और अनचाहे खर्च को बंद करना होगा.

2. लंबी अवधि के लिए निवेश जरूरी

शेयर बाजार में रोजाना उतार-चढ़ाव होते रहते हैं और आपको इससे चक्कर में नहीं फंसना है. इक्विटी में लंबी अवधि में किया गया निवेश ही फायदेमंद होता है और इससे आप अपना लक्ष्य हासिल कर सकते हैं. ये एक लंबी रेस है, सोच-समझकर निवेश करें.

3. SIP के जरिये निवेश

SIP यानी सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान. इसके जरिये आप छोटी रकम से भी शुरुआत कर सकते हैं. अगर आपकी आमदनी कम है फिर भी आप बाजार में निवेश कर सकते हैं. इसकी शुरुआत आप 500 रुपये से भी कर सकते हैं.

जरूरी बात ये है कि ये निवेश सिस्टेमेटिक यानी रेग्यूलर होना चाहिए. इसके बाद बाजार में हो रहे उतार-चढ़ाव की आपको फिक्र नहीं करनी चाहिए. ये लंबी अवधि का निवेश होगा और इससे आपके रिटर्न पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा.

4. डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो

डायवर्सिफिकेशन एक अच्छे निवेशक की पहचान है. अापका पोर्टफोलियो डाइवर्सिफाइड हो. इसे एक उदाहरण से समझते हैं. कारों के शीशों पर पहले सनफिल्म्स लगाई जाती थीं. जब उस पर बैन लग गया तो रातों-रात एक इंडस्ट्री बंद हो गई.

यानी, अगर किसी का पैसा एक ही इंडस्ट्री में लगा होता तो उसे नुकसान होता. इसीलिए आपको अलग-अलग सेक्टर में अपने निवेश को रखना चाहिए.

5. रिटायरमेंट प्लानिंग

रिटायरमेंट जिंदगी की सच्चाई है और आपको इससे डरना नहीं है बल्कि प्लान करना है. जितना जल्दी शुरुआत करेंगे पैसे को उतना ही समय मिलेगा अपना काम करने के लिए.

6. ETF में पैसा लगाएं

ETF यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड. ये म्यूचुअल फंड से अलग एक कॉमन स्टॉक की तरह है जो स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होता है. अगर आपको लगता है कि अलग-अलग सेक्टर में पैसे लगाने में काफी रिस्क है तो ETF में पैसा लगाएं क्योंकि ये आपके पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करता है.

निवेश को लेकर जब भी आपको किसी तरह की दिक्कत आती है तो आपको एक्सपर्ट्स की मदद लेनी चाहिए.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 23 Jun 2018,11:14 AM IST

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