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वीडियो एडिटर: वरुण शर्मा
गौतम गंभीर के बीजेपी ज्वॉइन करते ही, उन्हें लोकसभा चुनावों के लिए पूर्वी दिल्ली का टिकट मिल गया. ये ऐसी सीट है जहां आम आदमी पार्टी की अच्छी पकड़ कही जाती है.
इस सीट पर उनका मुकाबला AAP की आतिशी और कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली से है. दोनों में से आतिशी से गंभीर का मुकाबला कहा जा रहा है, क्योंकि AAP उम्मीदवार ने दिल्ली के एजुकेशन सेक्टर में काफी काम किया है. वहीं गौतम गंभीर पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांग रहे हैं.
क्विंट से खास बातचीत में, गंभीर ने बीजेपी चुनने से लेकर अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के मुद्दों खुलकर बात की.
आपने राजनीति के लिए बीजेपी को क्यों चुना?
मैंने बीजेपी को इसलिए चुना क्योंकि देश को मजबूत नेतृत्व की जरूरत है. ये काफी सहज था, मैंने सोचा कि मैं ऐसा नहीं बनना चाहता कि सिर्फ एक एसी कमरे में बैठकर ट्वीट करूं और फिर उसे भूल जाऊं मैं जमीन पर उतरकर अपने विचारों को लागू करना चाहता था.
गंभीर ने अपनी प्रतिद्वंद्वी और AAP कैंडिडेट आतिशी के साथ बहस से क्यों किया इनकार?
मैंने कब मना किया? मैंने सिर्फ इतना कहा कि मैं अरविंद केजरीवाल के साथ बहस करूंगा.
लेकिन केजरीवाल क्यों और आतिशी क्यों नहीं?
उन्होंने वादे किए हैं. ये AAP के उम्मीदवार थे, जिन्होंने दिल्ली को लंदन या पेरिस की तरह बनाने का वादा किया? ये वादे सीएम ने किए थे. मैंने उनसे सिर्फ इतना कहा कि आप राजनीति में साढ़े 4 साल तक एक्टिव रहे हैं, मुझे आधा समय दीजिए औरआप जहां चाहें बहस करें. शर्त सिर्फ ये है कि ये सोशल मीडिया पर नहीं होगी. ये लोगों के बीच होगी.
क्या पूर्वी दिल्ली के लिए खुद को आतिशी से बेहतर कैंडिडेट मानते हैं गंभीर?
ये लोगों को तय करना है. मुझे नहीं पता, मैं नहीं कह सकता कि मैं बेहतर या खराब उम्मीदवार हूं. लोग तय करेंगे कि कौन बेहतर है.
वो 3 सबसे जरूरी मुद्दे कौन से हैं जिन पर आप पूर्वी दिल्ली में काम करना चाहेंगे?
सिर्फ 3 मुद्दे ही नहीं हैं, बहुत सारे मुद्दे हैं, लेकिन अगर आप मुझे 3 मुद्दे चुनने को कहेंगे तो गाजीपुर लैंडफिल सबसे बड़ा मुद्दा है. पार्किंग का मुद्दा है. हम शिक्षा के क्षेत्र लिए काम करना चाहते हैं. साफ पानी लाना चाहते हैं. जैसे नॉर्थ कैंपस में एक डीयू कैंपस है हम पूर्वी दिल्ली के लिए एक कैंपस लाना चाहते हैं.
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