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लंपी वायरस का संक्रमण (Lumpy Skin Disease) भारत में गायों के लिए काल बन गया है. इस वायरल संक्रमण ने भारत में 75,000 से अधिक मवेशियों की जान ले ली है और 10 से अधिक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश इससे जूझ रहे हैं. इसमें राजस्थान सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
गुजरात के कच्छ क्षेत्र में अप्रैल के महीने में मूल रूप से सबसे पहले सामने आया लंपी वायरस का संक्रमण तब से राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य-प्रदेश, उत्तर प्रदेश और पंजाब जैसे राज्यों में तेजी से फैल गया है. आइए देखते हैं कि किस राज्यों में लंपी वायरस के संक्रमण की क्या स्थिति है, वहां कितनी मवेशियों की मौत हुई है और वहां की राज्य सरकार क्या कुछ कदम उठा रही है.
लंपी वायरस का सबसे बुरा असर राजस्थान में देखने को मिल रहा है. राजस्थान से आती लंपी वायरस के संक्रमण के कारण मरी गायों की तस्वीर भयावह है. प्रदेश में मंगलवार, 21 सितंबर तक 13,42,348 मवेशी लंपी वायरस से संक्रमित हो चुके है, जबकि मरने वालों की संख्या बढ़कर 61209 हो चुकी है.
पशुओं को संक्रमण से बचाने के लिए विभाग ने बीते 1 माह से अधिक समय में 11,95,986 पशुओं को वैक्सीनेशन किया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारत सरकार से मांग की है कि इसको राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए.
राजस्थान के पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा है कि पशु चिकित्सा इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है. नए पशु चिकित्सा केन्द्र खोलने एवं पशु चिकित्सा कार्मिकों की भर्ती के बाद अब राज्य में 500 से अधिक पशु एंबुलेंस की खरीद की जा रही है.
राजस्थान के बाद लंपी वायरस के संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित दूसरा राज्य हरियाणा है. हरियाणा के पशुपालन विभाग के आधिकारिक आंकड़े के अनुसार 20 सितंबर तक राज्य में 1,09,820 मवेशी इससे संक्रमित हो चुके थे जबकि इसके कारण 2,510 की मौत भी हो चुकी है.
आंकड़े के अनुसार हरियाणा के 5.5 हजार से अधिक गांव इस वायरल संक्रमण का कहर झेल रहे हैं. राज्य में 79.52% रिकवरी रेट है और 20 सितंबर तक एक्टिव केस की संख्या 19986 थी. हरियाणा सरकार मवेशियों को ‘गोट पॉक्स वैक्सीन’ दे रही है और साथ ही उसने हेल्पलाइन नंबर 9485737001 जारी कर दिया है.
महाराष्ट्र में आधिकारिक आंकड़े के अनुसार 20 सितंबर तक कुल 11,251 मवेशी संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से कुल 352 की मौत हो चुकी है. महाराष्ट्र के 27 जिलों के 839 गांवों में संक्रमण पाया गया है. राज्य के विभिन्न जिलों में कुल 49.83 लाख वैक्सीन डोज उपलब्ध कराई गई है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार 19.55 लाख पशुओं का वैक्सीनेशन नि:शुल्क किया गया है.
महाराष्ट्र के पशुपालन कमिश्नर सचिंद्र प्रताप सिंह ने मंगलवार, 20 सितंबर को प्राइवेट पशु चिकित्सकों के साथ-साथ पशुपालन विभाग के रिटायर्ड अधिकारियों और कर्मचारियों को लंपी वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान में अपनी इच्छा से भाग लेने के लिए कहा.
मध्यप्रदेश में भी लंपी वायरस मवेशियों के लिए मुसीबत बना हुआ है. 21 सितंबर तक राज्य में इस बीमारी के चलते 101 पशुओं की मौत हो चुकी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश के 26 जिलों में 21 सितंबर तक संक्रमित पशुओं की संख्या 7686 है और स्वस्थ होने वाले पशुओं की संख्या 5432 है.
इस संक्रमण से ग्रसित पशुओं के इलाज के लिए राज्य सरकार ने टोल फ्री नंबर भी जारी किया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को लंपी वायरस को लेकर अधिकारियों की वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए बैठक ली और आवश्यक निर्देश जारी किए. भोपाल में राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम का फोन नंबर जारी किया गया है, जो 0755-2767583 है और टोल फ्री नंबर 1962 है.
उत्तर प्रदेश में 13 सितंबर तक लंपी वायरस के संक्रमण के कारण 236 मवेशियों ने दम तोड़ दिया था, जबकि सूबे के 25 जिलों के 2,600 गांवों में 25,000 से अधिक मामले आए थे.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार राजधानी दिल्ली में अबतक 531 मवेशी लंपी वायरस से संक्रमित हो चुके हैं जिनमें से 358 मामले पिछले 10 दिनों में दर्ज किए गए हैं. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार पशुपालन विभाग के अधिकारी ने जानकारी दी है कि 206 मवेशी संक्रमण से रिकवर कर चुके हैं और सक्रिय मामलों की संख्या 325 है. अच्छी बात यह है कि दिल्ली में अब तक लंपी वायरस के संक्रमण से किसी भी मवेशी की मौत नहीं हुई है. बता दें कि दिल्ली में लगभग 80,000 मवेशी हैं.
दिल्ली सरकार ने संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए राजधानी में स्वस्थ मवेशियों को वैक्सीन लगाने के लिए ‘गोट पॉक्स वैक्सीन’ की 25,000 डोज की खरीद की है. अधिकारी ने कहा है कि "टीकाकरण अभियान तीन से चार दिनों में शुरू हो जाएगा. जल्द ही वैक्सीन की और डोज आने की उम्मीद है. वैक्सीन मुफ्त में दी जाएंगी
दिल्ली सरकार ने 4 मोबाइल पशु चिकित्सालय (गाड़ी पर पशु चिकित्सालय) तैनात किए हैं और सैंपल जमा करने के लिए 11 रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन किया है. दिल्ली सरकार ने संक्रमण से जुड़े सवालों के लिए एक कंट्रोल रूम भी बनाया है, जिसका हेल्पलाइन नंबर 8287848586 है.
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