राजस्थान (Rajasthan) में लंपी रोग तेजी से पैर पसार रहा है, जिससे भारी संख्या में गायों की मौत हुई है. मंगलवार को बीजेपी ने गायों की मौत को लेकर विधानसभा के बाहर और अंदर दोनों तरफ सरकार को घेरा. वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार ने इस मामले का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ते हुए इसे महामारी घोषित करने की मांग की. विधानसभा में लंपी को लेकर हुई चर्चा में सत्ता और प्रतिपक्ष दोनों तरफ के सदस्यों ने लंपी पर रोकथाम के लिए कदम उठाने की मांग की. बीजेपी ने चर्चा के बाद मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर वॉकआउट भी किया.
इसके अलावा दूसरी तरफ इस मामले में पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने बताया कि लंपी रोग गायों के अलावा भैसों और हिरणों में भी फैल गया है.
राज्य में लंपी स्किन डिजीज का असर बेहद ही तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है. अब तक 13,42,348 पशु लंपी से संक्रमित हो चुके हैं जबकि मरने वाले पशुओं की संख्या बढ़कर 61209 हो गई है. पशुपालन विभाग का दावा है कि 12,88,673 संक्रमित पशुओं का इलाज शुरू किया जा चुका है लेकिन प्रदेश में संक्रमित पशुओं में से ठीक होने वालों की संख्या मात्र 8,02,794 है. ऐसे में मौजूदा वक्त में करीब 5 लाख पशु लम्पी से पीड़ित हैं.
हालांकि सरकार के इन आंकड़ों की तुलना में गायों के संक्रमित होने और मौत की संख्या कई गुना ज्यादा बताई जा रही है. प्रदेश में गोभक्त और गोसेवा की संस्थाएं लगातार लंपी से बचाव के लिए गायों की सेवा में जुटी हुई हैं. गायों को आयुर्वेदिक लड्डू खिलाने के साथ कई अन्य तरीकों से उपचार का प्रयास किया जा रहा है.
सीएम गहलोत ने लिखा पीएम मोदी को पत्र
गोवंश में लंपी रोग को लेकर मुख्य विपक्षी दल बीजेपी द्वारा सरकार को घेरे जाने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता है कि लंपी चर्म रोग से गायों की जान कैसे बचे, लेकिन टीका और दवाएं भारत सरकार देगी. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में वह भारत सरकार से मांग कर रहे हैं कि इसको राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए. इसे लेकर गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भी लिखा है.
लंपी को लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने विधानसभा में सरकार को लंपी के मामले में घेरते हुए कहा कि जब अप्रैल में बीमारी का पता लगा और 27 जुलाई को विभाग चेता. अप्रैल में आई हुई बीमारी की पशुपालन विभाग ने 27 जुलाई को गाइडलाइन भेजी. कटारिया ने कहा कि अन्य राज्यों में लंपी की स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया, राजस्थान में देरी क्यों हुई. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार से ज्यादा गोभक्तों ने गायों की सेवा की है.
पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि भैंसों के भी लंपी स्किन बीमारी से प्रभावित होने की रिपोर्ट मिली है, जिसे लेकर सरकार सजग है. बरसात रुकने के साथ ही इस बीमारी से राहत मिलने की उम्मीद है.
विशेषज्ञों ने लंपी वायरस के वेरियंट के बदलने की आशंका जताई है, जो चिंताजनक है. इससे निपटने के लिए पशु चिकित्सा इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है. नए पशु चिकित्सा केन्द्र खोलने एवं पशु चिकित्सा कार्मिकों की भर्ती के बाद अब राज्य में 500 से अधिक पशु एंबुलेंस की खरीद की जा रही है.लालचंद कटारिया, पशुपालन मंत्री
उन्होंने आगे कहा कि विधायक कोष से पशु एंबुलेंस खरीदने का काम जल्द शुरू किया जाएगा. सरकार ने पिछले चार साल में गौशालाओं को 2 हजार करोड़ से अधिक का अनुदान दिया है, जो पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान पांच साल में दिए 499 करोड़ रुपए से चार गुना अधिक है.
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