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प्रयागराज में कुंभ की तैयारी में योगी सरकार जुट गई है. मेले के लिए राज्य सरकार ने 15 हजार करोड़ रुपये के आवंटन की घोषणा कर दी है. अयोध्या मसला एक बार फिर गरमाने के बाद कुंभ मेले को लेकर सरकार काफी उत्साहित लग रही है. लेकिन कई नई व्यवस्था को लेकर कुछ साधु-संतों में भारी नाराजगी है.
जगह में बदलाव को लेकर नाराज संतों ने राज्य सरकार और मेला प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोला है. ये मोर्चा वैष्णव अखाड़ा ने खोला है, उनका कहना है कि अगर उन्हें अपनी पारंपरिक जमीन वापस नहीं मिलती है तो वो कुंभ मेले का बहिष्कार करेंगे.
भूमि आवंटन को लेकर संतों और प्रशासन के बीच ठन गयी है. पारंपरिक जमीन खाक चौक न मिलने से संत नाराज तो हैं ही और प्रशासन की अनदेखी से संत अब खाक चौक पर कैंप लगाने के लिए अड़ गए हैं. कुंभ मेले के दौरान यहां हजारों की संख्या में संत रुकते हैं.
राज्य सरकार पर साधु-संतों का आरोप है कि इससे पहले किसी भी सरकार ने साधु-संतों का पारंपरिक स्थान नहीं बदला है. आरोप है कि बीजेपी उनके साथ नाइंसाफी कर रही है. मार्च 2017 में योगी के सीएम बनने के बाद संत समाज में खुशी की लहर दौड़ गई थी और कई आशाएं जगी थीं लेकिन वक्त के साथ-साथ कुछ मदद न मिलने पर ये आशा, निराशा में बदल रही है.
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