advertisement
राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election 2023) को लेकर कांग्रेस ने (Congress Candidates List) उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. इस लिस्ट में 33 उम्मीदवारों का ऐलान किया गया है. ये लिस्ट चुनाव के लगभग एक महीने पहले आई है. इसमें अशोक गहलोत (Ashok Gehlot), सचिन पायलट (Sachin Pilot) समेत कई दिग्गजों के नाम शामिल हैं. प्रदेश में 25 नवंबर को वोटिंग है.
कांग्रेस की पहली लिस्ट के क्या मायने हैं? क्या पार्टी के अंदर अंतर्कलह खत्म हुई? लिस्ट आने में इतनी देरी क्यों हुई? चलिए इन सभी सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करते हैं.
नोहर से अमित चाचान
कोलायत से भंवर सिंह भाटी
सादुलपुर से कृष्णा पूनिया
सुजानगढ़ से मनोज मेघवाल
मंडावा से रीता चौधरी
लक्ष्मणगढ़ से गोविंद सिंह डोटासरा
विराट नगर से इंद्रराज सिंह गुर्जर
मालवीय नगर से डॉ अर्चना शर्मा
सांगानेर से पुष्पेंद्र भारद्वाज
मुंडावर से ललित कुमार यादव
अलवर-ग्रामीण से टीकाराम जूलिया
सिकराई से ममता भूपेश
सवाई माधोपुर से दानिश अबरार
टोंक से सचिन पायलट
लाड़नूं से
मुकेश भाकर
डीडवाना से चेतन सिंह चौधरी
जयल से मंजू देवी
देगाना से
विजयपाल मिर्धा
पर्बतसर से रामनिवास गावरिया
ओसियां से दिव्या मदेरणा
सरदारपुरा से अशोक गहलोत
जोधपुर से मनीषा पवार
लूनी से महेंद्र विश्नोई
बाइटू से हरीश चौधरी
वल्लभ नगर से प्रीति गजेंद्र सिंह शक्तावत
डूंगरपुर से गणेश घोघरा
बागीडोरा से महेंद्रजीत सिंह मालवीय
कुशलगढ़ से रमीला खड़िया
प्रतापगढ़ से रामलाल मीणा
भीम से सुदर्शन सिंह रावत
नाथद्वारा से सीपी जोशी
मंडलगढ़ से विवेक धाकड़
हिंडोली से अशोक चांदना
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरदारपुरा से चुनाव लड़ेंगे. बता दें कि सरदारपुरा विधानसभा सीट जोधपुर जिले में आती है. 2018 में सरदारपुरा में कुल 63 प्रतिशत वोट पड़े. अशोक गहलोत ने बीजेपी के शंभू सिंह खेतर को 46 हजार वोटों के मार्जिन से हराया था. गहलोत सरदारपुरा के सरदार माने जाते हैं. 1998 से उनका इस सीट पर कब्जा है.
वहीं, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट टोंक से फिर चुनावी मैदान में उतरे हैं. 2018 में इस सीट से पायलट ने जीत हासिल की थी. उन्हें 1 लाख से ज्यादा वोट मिले थे. जबकि बीजेपी के यूनुस खान 54,861 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे. वह 54,179 वोटों से हार गए थे.
कांग्रेस की पहली लिस्ट को देखकर क्या लगता है? इस सवाल के जवाब में क्विंट हिंदी से बातचीत में राजस्थान के वरिष्ठ पत्रकार ओम सैनी ने कहा,
दरअसल, राजस्थान में बीजेपी उम्मीदवारों के ऐलान के बाद कांग्रेस उम्मीदवारों की लिस्ट का बेसब्री से इंतजार चल रहा था. उम्मीदवारों के नामों के ऐलान में देरी को लेकर तरह-तरह की अटकलें भी लगाई जा रही थी. पार्टी में चल रही अंतर्कलह को भी बड़ा कारण माना जा रहा था.
हालांकि, अंतर्कलह के सवाल पर सैनी कहते हैं कि, "कांग्रेस की लिस्ट देरी से जारी हुई है. इससे ये साफ होता है कि पार्टी ने अंतर्कलह को सुलझा लिया है. आप देखेंगे कि अगली सूची भी जल्द जारी हो जाएगी."
महेंद्रजीत सिंह मालवीय, मंत्री
ममता भूपेश, मंत्री
भंवर सिंह भाटी, मंत्री
टीकाराम जूली, मंत्री
अशोक चांदना, मंत्री
कांग्रेस ने 5 मंत्रियों के अलावा, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को लक्ष्मणगढ़ से प्रत्याशी बनाया गया है. वहीं विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी को नाथद्वारा से टिकट मिला है.
सिकराय से ममता भूपेश
ओसियां से दिव्या मदेरणा
सादुलपुर से कृष्णा पूनिया
मंडावा से रीटा चौधरी
मालवीय नगर से अर्चना शर्मा
जायल से मंजू मेघवाल
वल्लभनगर से प्रीति शक्तावत
जोधपुर से मनीषा पंवार
कुशलगढ़ से रमिला खड़िया
इस लिस्ट में पायलट खेमे से 5 नेताओं को टिकट मिला है. टोंक से सचिन पायलट के अलावा विराटनगर से इंद्राज सिंह गुर्जर, लाडनूं से मुकेश भाकर, परबतसर सीट से रामनिवास गावड़िया और नोहर सीट से अमित चाचन को टिकट मिला है.
राजनीतिक जानकारों की माने तो पार्टी ने पहली लिस्ट में बैलेंस बनाने की कोशिश की है. दरअसल, 2020 में सचिन पायलट की बगावत के बाद पार्टी के भीतर चल रही गुटबाजी खुलकर सामने आ गई थी. माना जा रहा था कि चुनाव में पार्टी को इसका नुकसान हो सकता है. लेकिन पहली लिस्ट में सचिन पायलट सहित 5 उनके गुट के 5 नेताओं को टिकट दिया गया है.
कांग्रेस की पहली लिस्ट में पायलट गुट के नेताओं को टिकट दिए जाने के बाद माना जा रहा है कि पार्टी में चल रहा विवाद खत्म हो गया है. पिछले दिनों पायलट के बयानों से भी इस बात को बल मिला था. जब उन्होंने कहा था कि वो पहले भी सीएम गहलोत के साथ काम कर चुके हैं. ऐसे में इस बार भी मिलकर चुनाव लड़ेंगे और पिछले बार आई सीटों से अधिक सीटें कांग्रेस की आएंगी.
हालांकि, अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो इस बार कौन मुख्यमंत्री बनेगा इस सवाल के जवाब में क्विंट हिंदी से बातचीत में वरिष्ठ पत्रकार ओम सैनी ने कहते हैं,
इसके साथ ही सैनी ने आगे कहा कि, "राजस्थान में कांग्रेस का मुख्यमंत्री चुनने में आलाकमान की सहमति जरूर होगी. लेकिन इस बार लग रहा है कि जिसे (गहलोत या पायलट) ज्यादा से ज्यादा विधायकों का समर्थन मिलेगा, मुख्यमंत्री वही बनेगा."
हालांकि, अभी तक सिर्फ 33 सीटों पर ही कांग्रेस उम्मीदवारों का ऐलान हुआ है. 167 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान बाकी है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: 21 Oct 2023,08:00 PM IST