पूर्व आर्मी कमांडर एके सिंह: पाकिस्तान नहीं उठा सकता युद्ध की कीमत
एके सिंह ने कहा कि बालाकोट में भारत की स्ट्राइक पाकिस्तान को एक सिग्नल था.
निष्ठा गौतम
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एके सिंह ने कहा कि बालाकोट में भारत की स्ट्राइक पाकिस्तान को एक सिग्नल था
(फोटो: क्विंट)
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वीडियो प्रोड्यूसर: सोनल गुप्ता
वीडियो एडिटर: मोहम्मद इब्राहिम
“भारत वॉर या प्रॉक्सी वॉर की कीमत चुका सकता है, लेकिन पाकिस्तान उठा पाएगा, इसमें संदेह है”
ये कहना है पूर्व सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके सिंह का, जिन्होंने अंडमान और निकोबार आइलैंड्स और पुडुचेरी के राज्यपाल के रूप में भी काम किया है. क्विंट से खास इंटरव्यू में लेफ्टिनेंट एके सिंह ने बताया कि विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमन ने 'वास्तव में एक अच्छे सैनिक की तरह व्यवहार किया है और हिरासत में अपने व्यवहार के तरीके से हम सभी को प्राउड किया है.'
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एके सिंह ने बताया कि बालाकोट में भारत की स्ट्राइक पाकिस्तान को एक सिग्नल था.
बालाकोट में भारत की स्ट्राइक पाकिस्तान को एक सोचा-समझा सिग्नल था. ये कहना था कि हमारे पास राजनीतिक इच्छाशक्ति है, हमारे पास संकल्प है और हमारे पास सशस्त्र बलों के साथ आने की क्षमता है अगर आपने हमारे खिलाफ इस प्रॉक्सी वॉर को नहीं रोका तो हम सजा देंगे. हमारे धैर्य की एक सीमा है. हमने पीओके ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान के ज्यादा अंदर जाकर साबित किया है.
इंडियन एयर फोर्स की एयर स्ट्राइक पर बात करते हुए एके सिंह ने कहा कि पाकिस्तानी सेना को इससे चोट लगी है.
युद्ध और संघर्ष बड़ी बात है. इसके अपने लाभ और नुकसान हैं. इसके उतार-चढ़ाव हैं. ये एक लंबी दौड़ है. भारत जैसा बड़ा देश निश्चित रूप से एक समय तक नैरेटिव को कंट्रोल करने की कोशिश कर सकता है, लेकिन संघर्ष के हर पहलू को कवर या कंट्रोल करना संभव नहीं है.
लेफ्टिनेंट जनरल एके सिंह, पूर्व सेना कमांडर
पूर्व सेना कमांडर ने कहा कि जंग की लागत को आर्थिक लागत और मानव लागत से मापा जा सकता है. भारत निश्चित रूप से युद्ध की लागत को सहन कर सकता है. पाकिस्तान मानवीय लागत को वहन करने में सक्षम हो सकता है, लेकिन आर्थिक लागत को नहीं क्योंकि हमें पाकिस्तान की विदेशी और उसकी अर्थव्यवस्था की स्थिति के बारे में मालूम है.