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वीडियो एडिटर: पूर्णेन्दू प्रीतम, संदीप सुमन
कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के तरीके के खिलाफ जिसने मुंह खोला, देशद्रोही करार दे दिया गया. अब वायुसेना के एक पूर्व अफसर ने इसपर खुलकर बोला है. रिटायर्ड एयर वाइस मार्शल कपिल काक ने कहा है कि कश्मीर में केंद्र सरकार क्रूरता कर रही है. अपने फैसले जबरन थोप रही है. क्विंट से खास बातचीत में कपिल काक ने ये भी कहा है कि हम सारे उसूलों और मूल्यों को कुचल रहे हैं. बता दें कपिल काक उन 6 अफसरों में शामिल हैं जिन्होंने 370 हटाए जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी है.
कपिल ने इस बातचीत में कहा- शेख अब्दुल्ला की बातों को उनके ही शब्दों में समझने की जरूरत है.
कपिल काक कश्मीरी हैं. उनकी पैदाइश और पढ़ाई-लिखाई कश्मीर में हुई है. वो 17 साल की उम्र में वायु सेना में शामिल हुए थे और लगभग 40 सालों तक सेवा दी.
कश्मीरियों को स्पेशल स्टेटस का अधिकार क्यों मिले? इस सवाल के जवाब में कपिल कहते हैं,
वो कहते हैं कि लोकतांत्रिक दृष्टि से लोगों की इच्छाओं का पता लगाने का तरीका होता है. आर्टिकल 370 को लेकर फैसला लेने का भी एक तरीका होना चाहिए था.
उनके मुताबिक,
वो बताते हैं कि पिछले साल भंग विधानसभा में, 87 में से 55 विधायक जो कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी से थे, वो जम्मू-कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच विश्वास के तौर पर अनुच्छेद 370 को जारी रखना चाहते थे. इन 55 लोगों का चुनाव, चुनाव आयोग की निगरानी में किया गया था.
लेकिन 370 का इस तरह हटाया जाना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक, अवैध है. ये संवैधानिक रूप से खामियों से भरा है. असल में, ये एक तरह की हैवानियत है.
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