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हरियाणा के नूंह (Haryana Nuh Violence) में भड़की सांप्रदायिक हिंसा की आग ने आस-पास के कई जिलों को अपनी चपेट में ले लिया. सैंकडों दुकानों, झुग्गियों और रेहड़ी-पटरी वालों का नुकसान हुआ तो मस्जिद के इमाम से लेकर होमगार्ड के जवान और आम-नागरिक तक कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई, लेकिन इस पूरी हिंसा में 2 नाम लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं- बिट्टू बजरंगी और मोनू मानेसर.
आरोप हैं कि इन्हीं दोनों ने नूंह में निकलने वाली शोभायात्रा से पहले भड़काऊ वीडियो जारी किए जिससे उत्तेजित होकर यात्रा के दौरान दो पक्ष आमने-सामने आ गए. इसमें एक आरोपी बिट्टू बजरंगी से क्विंट हिंदी ने बात की.
नूंह में हुई हिंसा के वक्त बिट्टू बजरंगी कहां था और हरियाणा हिंसा में नाम क्यों आ रहा है, इस सवाल के जवाब में बिट्टू ने कहा कि मेवात के नल्लड में भोले बाबा का मंदिर है. वहां पर जलाभिषेक का प्रोग्राम था. रास्ते में एक टॉल पर हमने वीडियो डाली और इसके आधे घंटे बाद मंदिर पर पहुंच गए. इसमें बड़े पैमाने पर गाड़ियां जलाई, दो सिपाही शहीद हुए, कई गाड़ियों के शोरूम लूटे गए. क्या ये सब आधे घंटे की घटना थी? मेरे ऊपर सरासर झूठा आरोप लगाया जा रहा है.
बिट्टू ने कहा कि "मैं 30 सालें से लव जिहाद, धर्मांतरण और अनेक मुद्दों में काम कर रहा हूं तो उनको ये लगता है कि यह हमारे खिलाफ बोलता है, लेकिन मेरी कॉलोनी में जहां पर मैं रहता हूं यहां 2000 मुस्लिम परिवार हैं. बिट्टू बजरंगी ने कहा,
31 जुलाई को नूंह में शोभा यात्रा निकाली गई थी. इसी यात्रा में दोनों गुटों के बीच हिंसा शुरू हुई थी. बिट्टू बजरंगी ने बताया कि इस यात्रा में 1500 से 2000 लोग थे. साथ में महिलाएं बुजुर्ग छोटी बच्चियां भी थीं.
शोभा यात्रा में लोग हथियार लेकर क्यों थे? तलवार या बंदूक जैसी चीजें क्यों थीं? इस सवाल का जवाब देते हुए बिट्टू ने कहा, "उनके पास AK-47 और हमारे किसी कार्यकर्ता के पास एक आध तलवार थी, तो AK 47 से तलवार को जोड़ना अब हथियार बनाया जा रहा है."
बिट्टू बजरंगी ने ये भी कहा कि मैं अपने घर पर हूं भागा नहीं हूं. वह भागे फिर रहे हैं, वह अपराधी हैं और मेरे खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. मेरी गलत टिप्पणी उनको लगी उसपर प्रशासन ने मेरे ऊपर मुकद्दमा दर्ज किया और मुझे कोर्ट में जाकर मुझे बेल मिली.
मोनू मानेसर के साथ अपने संबंधों पर बिट्टू बजरंगी ने कहा कि मैं कई सालों से उन्हें जानता हूं लेकिन साल में एक बार ही मुलाकात होती है जब कोई प्रोग्राम होता है. बिट्टू ने कहा कि मोनू मानेसर नूंह वाले कार्यक्रम में नहीं था, सिर्फ घोषणा की थी.
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