advertisement
आपने सलमान और शाहरुख की फिल्म 'करण-अर्जुन' जरूर देखी होगी, जिसमें एक मां अपने बेटों के आने का इंतजार करती है. अब असल जिंदगी में भी एक ऐसी ही कहानी सामने आई है जहां एक बेटा 'राजू' 5 साल तक पाकिस्तान की जेल में रहने के बाद वापस अपने वतन लौटा है. मां भी अपने बेटे को गले लगाने के लिए बेताब है.
मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के इंधावड़ी गांव का रहने वाला राजू पिंडारे मानसिक रूप से कमजोर बताया जा रहा है. वह 5 साल से घर से गायब था और 2019 में पता चला कि पाकिस्तान की जेल में बंद है. अब पाकिस्तान ने राजू को वापस सौंप दिया है.
राजू जब तक पाकिस्तान में रहा तो उसकी मां ने मंदिर और दरगाह पर जाकर पर अपने बेटे की वापसी के लिए कई बार मन्नतें मांगी. प्रशासन के सामने भी गुहार लगाई.
राजू का पूरा परिवार इंधावड़ी में ही रहता है. उसके परिवार में माता-पिता और एक विकलांग भाई हैं. उसके माता-पिता 2019 से ही सरकारी दफ्तरों में अपने बेटे को पाकिस्तान की जेल से वापस लाने के लिए चक्कर लगा रहे थे. इसी सिलसिले में राजू के माता-पिता खंडवा के एसपी विवेक सिंह से सितंबर, 2022 में मिले भी थे. राजू की मां बसंता बाई उससे मिलने के लिए बेताब हैं. उनका कहना है कि
दरअसल 2019 में एक खबर वायरल हुई, जिसमें पाकिस्तानी पुलिस के साथ एक युवक को दिखाया जा रहा था. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक पकड़ा गया युवक भारतीय था. उस समय पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया था कि वह जासूसी के इरादे से पाकिस्तान में दाखिल हुआ था, लेकिन जब भारतीय पुलिस और इंटेलिजेंस ने इस युवक की जानकारी निकाली तो पता चला कि वह मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के इंधावड़ी गांव का रहने वाला राजू है. उसे पाकिस्तान की पुलिस ने डेरा गाजी खान इलाके से गिरफ्तार किया था.
उन्होंने कहा कि राजू पर जासूस होने का झूठा इल्जाम लगाया जा रहा है. राजू की मां ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाईं थी कि उनके बेटे को वापस लाया जाए. अब राजू की वापसी पर बसंता बाई ने सरकार को धन्यवाद दिया है.
मध्यप्रदेश के खंडवा जिला प्रशासन की टीम राजू को वापस लाने के लिए अमृतसर रवाना हो गई है. इसके लिए एक टीम भी बनी है. अपर कलेक्टर शंकरलाल सिंघाड़े ने बताया कि "हमें अमृतसर से सूचना मिली है कि राजू को प्राप्त करना है. हमने 4 सदस्यीय एक दल बनाया है, जिसमें पुलिस के साथ ही स्वास्थ्य कर्मी भी शामिल हैं, जो राजू को लेने अमृतसर जा रहे हैं."
अपर कलेक्टर ने कहा कि राजू की जो गुमशुदगी दायर हुई थी उस हिसाब से पुलिस उससे पूछताछ कर उसके परिजनों को सौंप देगी.
राजू के मामले में खंडवा एसपी विवेक सिंह की भूमिका सराहनीय रही. वह लगातार इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों के माध्यम से संपर्क बनाये हुए थे. एसपी कहते हैं कि समय-समय पर PHQ से भी इस बारे में जानकारी मांगी जाती रही. उन्होंने कहा कि हमारा लगातार प्रयास यही था कि पाकिस्तान से राजू को हम किसी तरह से वापस ले आएं और वह दिन आ ही गया अब कानूनी प्रक्रिया कर राजू को जल्द उसके परिवार से मिला दिया जाएगा.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)