advertisement
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां पर चुनाव आयोग के बैन के बाद उनके बेटे अब्दुल्ला खां हमलावर नजर आए. अब्दुल्ला का कहना है कि आयोग ने मुस्लिम होने के कारण उनके पिता के प्रचार पर रोक लगाई है. रामपुर की स्वार सीट से समाजवादी विधायक अब्दुल्ला ने कहा कि आयोग ने उन पर चुनाव प्रचार से सिर्फ इसलिए रोका है, क्योंकि वो मुस्लिम हैं.
उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग ने हम पर एकतरफा कार्रवाई की है. मेरे पिता ने जया प्रदा पर बयान नहीं दिया था, लेकिन चुनाव आयोग ने सफाई का मौका तक नहीं दिया. मैं जानता हूं कि आयोग ने मोदी को खुश करने के लिए बैन लगाया है."
अब्दुल्ला ने कहा कि बैन लगाने से पहले कोई नोटिस नहीं दिया गया था. सही प्रक्रिया का पालन भी नहीं किया गया. बैन लगाने से आजम की तहरीक (आंदोलन) कमजोर नहीं होगी, बल्कि और मजबूत होगी.
उन्होंने कहा, "हम सब आजम खां हैं, आजम 40 साल से रामपुर की सेवा कर रहे हैं. उन्होंने अपने भाषण में किसी का नाम नहीं लिया था, इसलिए चुनाव आयोग की कार्रवाई अनुचित है. आयोग ने सफाई देने का मौका तक नहीं दिया." आजम खां ने एक रैली के दौरान बिना नाम लिए बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा पर अभद्र टिप्पणी की थी. उनके बयान को लेकर चुनाव आयोग ने उनके प्रचार पर 72 घंटों की रोक लगाने का आदेश दिया है. अब आजम खां तीन दिन तक कोई चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगे.
चुनाव आयोग ने सिर्फ आजम खां पर ही नहीं, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और बीएसपी चीफ मायावती पर भी रोक लगाई है. इन सभी पर चुनाव प्रचार के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन का मामला है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)