बिहार के कटिहार में कांग्रेस की तरफ से प्रचार करते हुए पूर्व क्रिकेटर और नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने मुस्लिम मतदाताओं से एकजुट रहने की अपील की. उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले ओवैसी जैसे लोगों को लाकर मुस्लिमों के वोट बांटकर जीतना चाहते हैं.
मैं आपको चेतावनी देना आया हूं मुस्लिम भाइयों, ये बांट रहे हैं आपको. ये यहां ओवैसी जैसे लोगों को लाकर आप लोगों के वोट बांट कर जीतना चाहते हैं. अगर आप लोग एकजुट वोटर डालेंगे तो ये लोग निपट जाएंगे, मोदी सुलट जाएगा.नवजोत सिंह सिद्धू, कांग्रेस नेता
नवजोत सिंह सिद्धू के बयान पर अब आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में केस दर्ज कर दिया गया है. इससे पहले चुनाव आयोग ने कटिहार के चुनाव अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है. बता दें कि इससे पहले विवादित भाषणों पर ही आजम खां, मेनका गांधी, आदित्यनाथ और मायावती जैसे नेताओं पर EC बैन लगा चुका है.
इससे पहले बिहार बीजेपी के उपाध्यक्ष ने चुनाव आयोग से मिलकर नवजोत सिंह सिद्धू के भाषण के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.
ऐसे ही बयान के लिए माया पर रोक
मायावती ने सहारनपुर की रैली में मुसलमानों से एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन के पक्ष में वोटिंग करने के लिए कहा था. इसके बाद चुनाव आयोग ने मायावती को 48 घंटे तक चुनाव प्रचार से दूर रहने के लिए कहा है.
योगी, आजम और मेनका पर भी एक्शन
सांप्रदायिक आधार पर वोट मांगने और चुनाव प्रचार में ‘गंदी बात’ करने के लिए चुनाव आयोग यूपी के सीएम और बीजेपी नेता आदित्यनाथ योगी, बीजेपी नेता मेनका गांधी और समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान पर भी एक्शन ले चुका है. योगी ने मेरठ में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की नीयत से 'अली और बजरंगबली' वाला बयान दिया था. मेनका गांधी ने सीधे-सीधे मतदाताओं को धमकी दी थी. मेनका ने कहा था कि जिस गांव में 50 फीसदी से कम वोट मिले वहां जीतने के बाद विकास के काम नहीं करेंगी. आजम खान ने बीजेपी उम्मीदवार जया प्रदा पर आपत्तिजनक बयान दिया था.
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