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मुंबई में 26 जनवरी से पूरी रात गुलजार, लेकिन शर्तें लागू हैं

सिर्फ मॉल को रात भर खोलने का क्या मतलब?

रौनक कुकड़े
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मुंबई 26 जनवरी से पूरी रात गुलजार, लेकिन शर्तें लागू हैं
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मुंबई 26 जनवरी से पूरी रात गुलजार, लेकिन शर्तें लागू हैं
(फोटो: क्विंट हिंदी)

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26 जनवरी से मैं वाकई में कह सकता हूं कि मुंबई कभी नहीं सोती. 26 जनवरी से मुंबई में मॉल और रेस्त्रां, खाने-पीने की जगहें रात भर खुले रहेंगे. लेकिन कुछ पाबंदियां हैं, कुछ सीमाएं होंगी. जैसे रात भर कॉफी तो पी पाएंगे लेकिन शराब नहीं. जैसे मुंबई के हर इलाके में रात भर दुकानें नहीं खुली रहेंगी. सरकार का क हना है कि नाईट लाइफ बढ़ने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे लेकिन बीजेपी ने इस फैसले पर कई सवाल भी उठाए हैं. इतना ही नहीं कारोबारियों का भी कहना है कि सरकार इस योजना में भेदभाव कर रही है.

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पहली बात तो ये है कि कि अभी ये पायलट प्रोजेक्ट है. फिलहाल मॉल खुलेंगे. साथ ही बीकेसी, कमला मिल कंपाउंड में खाने पीने की जगहें रात भर खुलेंगी. काला घोड़ा में रेस्त्रां और कुछ बड़े होटल के साथ ही शॉपिंग की जगहें भी खुली रहेंगी.

बीजेपी ने क्या सवाल दागा?

सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे और राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने जब मुंबई में 24X7 मॉल खोलने का ऐलान किया तो बीजेपी ने कई सवाल दागे. क्या इससे शांति भंग नहीं होगी? सुरक्षा की गारंटी कौन लेगा? क्या आप रात बारह बजे के बाद शराब भी पिलाएंगे? बीजेपी ने साफ किया अगर सरकार ने नाईट लाइफ के नाम पर खुले और शराब परोसी गई तो वो इसका विरोध करेगी.

अब सरकार की तरफ से सफाई आई है कि बार रात भर नहीं खुले रहेंगे. मतलब नाईट लाइफ तो होगी लेकिन बिन शराब. साथ ही रिहाइशी इलाकों के लिए ये आदेश लागू नहीं होगा. सुरक्षा को लेकर जताई जा रही चिंताओं पर मुंबई पुलिस से कहा गया है कि वो इन इलाकों की सीसीटीवी निगरानी करे, जहां मॉल रात भर खुलने हैं.

सरकार का कहना है कि इस वक्त मुंबई के सर्विस सेक्टर में 5 लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है. जब रात भर मॉल खुलेंगे तो रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.

सिर्फ मॉल को रात भर खोलने का क्या मतलब?

इस योजना को लेकर कारोबारियों ने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया है. इंडियन होटल और रेस्त्रां एसोसिएशन यानी आहार के उपाध्यक्ष निरंजन शेट्टी ने क्विंट हिंदी से कहा है कि सिर्फ मॉल को रात भर खोलने की इजाजत देने का क्या मतलब है?

एक तो ये छोटे कारोबारियों और मॉल के बाहर दुकान लगाने वालों के साथ भेदभाव है और दूसरी बात ये है कि जब तक मॉल से बाहर की दुकानें, खाने-पीने की जगहें, शॉपिंग की जगहें रात भर गुलजार नहीं होंगी, मुंबई की नाईट लाइफ नहीं चमक सकती. क्योंकि आम मुंबईकर महंगे मॉल और होटलों में कम ही जाएगा.

वैसे इस बात में दम लगती है. युवा नेता होने के नेता आदित्य ठाकरे पिछले कई सालों से मुंबई की नाईट लाईफ को चमकाने की बात करते आए हैं. वो नाईट लाइफ के मामले में मुंबई को लंदन और शिकागो जैसा बनाना चाहते हैं तो कुछ चुनिंदा जगहों को रात भर खोलने से काम नहीं बनने वाला...आपको याद होगा कि 2015 में भी मुंबई पुलिस ने रात 1.30 बजे तक दुकानें खोलने को मंजूरी थी लेकिन वो याजना भी कारगर नहीं हुई.

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Published: 18 Jan 2020,10:03 PM IST

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