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नागालैंड के ओटिंग में सुरक्षाबलों की घात लगाकर कार्रवाई में कोयले की खदान में काम करने वाले 8 मजदूरों की मौत हो गई. नागालैंड के डीजीपी टी जॉन लोंगकुमेर ने दावा किया है कि स्थानीय लोग निहत्थे थे 'उनकी पहचान सुनिश्चित किए बिना' ही उनपर कार्रवाई की गई. सुरक्षाबल के जवानों ने लाशें छुपाने की भी कोशिश की.
फिलहाल एक वीडियो सामने आया है, जिसमें दावा किया गया है कि सुरक्षाकर्मी लाशों को तिरपाल में लपेटकर दूसरे ट्रक में लोड कर रहे हैं. नागालैंड सरकार के सूत्रों ने वीडियो की पुष्टि भी की है.
सुरक्षाबल के के खिलाफ FIR में तीजित पुलिस स्टेशन के इंचार्ज ऊबी पोसहु केजो ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों का 'घायल स्थानीयों को मार देने का इरादा था'
छिपाई लाशों को ढूंढने को लेकर सुरक्षाकर्मियों और गांववालों में झड़प हो गई. रिपोर्ट्स के मुताबिक गांववालों ने सुरक्षाबलों के 3 वाहनों को आग के हवाले कर दिया, जिसके बाद फिर हुई फायरिंग में 7 और स्थानीय लोगों की मौत हो गई.
डीजीपी टी जॉन लोंगकुमेर ने कहा कि ‘’प्रत्यक्षदर्शियों ने पुष्टि की है कि सुरक्षाकर्मियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू की, जिसके बाद वो वहां से असम की ओर भागने लगे. उन्होंने रास्ते में बाकी कोयला खदान की ओर भी फायरिंग की’’
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