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वीडियो एडिटर: आशुतोष भारद्वाज
पूरा देश वरिष्ठ पत्रकार और ‘राइजिंग कश्मीर’ के एडिटर की हत्या पर शोक जता रहा है, निंदा कर रहा है. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अभी तक इसपर कोई टिप्पणी या प्रतिक्रिया नहीं आई है.
शुजात बुखारी को श्रीनगर के प्रेस एन्क्लेव में 14 जून को आतंकियों ने निशाना बनाया था.
बुखारी की हत्या के बाद शुक्रवार को पब्लिश ‘राइजिंग कश्मीर’ न्यूज पेपर के कवर पर बुखारी की तस्वीर प्रकाशित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई है. साथ ही एक तरह से मौन विरोध जताया गया.
तस्वीर के साथ एक संदेश भी दिया गया है- “अखबार ऐसी घटनाओं से डरने वाला नहीं है. ‘राइजिंग कश्मीर’ किसी भी हालत में हमेशा अपने उसूलों पर चलते हुए सच को सामने लाता रहेगा.”
पत्रकार संगठनों ने बुखारी की हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की. हत्या की इस घटना को कायराना हमला करार देते हुए एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने कहा कि बुखारी धैर्य और साहस की आवाज और बड़े दिल वाले संपादक थे जिन्होंने कश्मीर में युवा पत्रकारों के एक बड़े वर्ग का मार्गदर्शन किया.
एडिटर्स गिल्ड ने ट्वीट कर शुजात बुखारी की हत्या की कड़ी निंदा की. इसे लोकतांत्रिक आवाज और प्रेस की आजादी पर बड़ा हमला बताया. बाद में जारी एक बयान में कहा गया, "गिल्ड जम्मू-कश्मीर की सरकार से दोषियों का जल्द नाम दर्ज करने और राज्य में मीडिया की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की."
हत्या की निंदा करते हुए जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती रो पड़ीं. टीवी चैनलों पर चल रहे फुटेज में महबूबा वरिष्ठ पत्रकार बुखारी के साथ कुछ दिन पहले हुई अपनी मुलाकात को याद करते हुए रो पड़ीं. अपने आंसुओं को थामने की कोशिश करतीं भावुक महबूबा ने कहा , ‘‘ मैं क्या कह सकती हूं. कुछ दिन पहले ही वह मुझसे मिलने आए थे. '' महबूबा ने ट्वीट किया , ‘‘ शुजात बुखारी के अचानक चले जाने से स्तब्ध और दुखी हूं. आतंकवाद की बुराई ने ईद की पूर्व संध्या पर अपना घिनौना चेहरा दिखाया है. ''
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गहरा शोक जताते हुए कहा कि राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या एक कायराना करतूत है. ये कश्मीर में विचारशील आवाजों को दबाने की कोशिश है वो एक साहसी और निर्भीक पत्रकार थे. '' उन्होंने ट्विटर पर लिखा , ‘‘ उनकी मौत पर बहुत स्तब्ध और दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं उनके शोक संतप्त परिवार के साथ हैं. ''
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या की खबर सुनकर दुखी हूं. वो बहादुर इंसान थे जो जम्मू-कश्मीर में न्याय और शांति के लिए निर्भीक होकर लड़े. मेरी संवेदना उनके परिवार के लिए है, बुखारी की कमी महसूस होगी.''
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