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बिस्तर पर लेटे दिख रहे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की एक फोटो वायरल है. सोशल मीडिया और कई मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने इस फोटो को 3 नवंबर को इमरान खान की रैली पर हुए हमले से जोड़कर शेयर की.
किस-किसने शेयर की ये फोटो ? : टाइम्स नाऊ, एनडीटीवी, द इकोनॉमिस्ट की रिपोर्ट में बिस्तर पर लेटे इमरान खान की फोटो को 3 नवंबर की घटना से जोड़कर पब्लिश किया गया. न्यूज 24 के वेरिफाइड ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर दावा किया गया कि ये हादसे के बाद की तस्वीर है. ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर पियर्स मॉर्गन ने फोटो इसी घटना से जोड़कर ट्वीट की. एंकर अमीश देवगन ने न्यूज 18 के शो 'आर-पार' का एक पोस्टर शेयर किया, इस पोस्टर में भी यही तस्वीर थी.
पोस्ट का अर्काइव यहां देखें
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सोर्स : स्क्रीनशॉट/फेसबुक
तो सच क्या है: दरअसल, ये फोटो साल अगस्त 2014 की है जब पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर इमरान खान ने देश में राजनीतिक अस्थिरता समेत कई मुद्दों के खिलाफ प्रोटेस्ट शुरू किया था. इस प्रोटेस्ट में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे. इसी प्रोटेस्ट के दौरान इमरान खान ने अपने ट्विटर हैंडल से धरने की रात की एक तस्वीर ट्वीट की थी, वायरल फोटो उसी वक्त की है.
हमने ये कैसे पता लगाया? : वायरल फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने पर हमें इमरान खान के 17 अगस्त 2014 के ट्वीट में यही फोटो मिली. इस ट्वीट में इमरान खान के कैप्शन से पता चल रहा है कि ये उस वक्त हुए किसी धरने की तस्वीर है.
2014 के इस धरने की कई और तस्वीरें भी इमरान खान ने शेयर की थीं और ये तस्वीरें न्यूज एजेंसी PTI पर भी हैं.
3 नवंबर को इमरान की रैली में क्या हुआ? : वजीराबाद में जफर अली खान चौक के पास पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान के कंटेनर के पास फायरिंग हुई है.
फायरिंग के दौरान इमरान के पैर में गोली लग गई, लेकिन वह सुरक्षित हैं. गोली चलाने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है.
रैली में इमरान के साथ सीनेटर फैसल जावेद खान के चेहरे में गोली लगते हुए निकली.फैसल जावेद ने कहा है कि एक साथी की मौत होने की भी खबर है.
गिरफ्तार हुए आरोपी ने कहा है कि वो इमरान खान की हत्या करने आया था, क्योंकि उसे लगता है कि इमरान लोगों को भ्रमित कर रहे हैं.
पड़ताल का निष्कर्श ?: साफ है कि पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की पुरानी फोटो को मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने उनपर 3 नवंबर को हुए हमले से जोड़कर गलत दावे से शेयर किया.
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