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बच्चे कोरोना से कैसे रहेंगे सेफ? Delhi के स्कूल से आंखों देखी

बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए दिल्ली के एक स्कूल ने किए हैं क्या इंतजाम

एंथनी रोजारियो
न्यूज वीडियो
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(फोटो: क्विंट हिंदी)
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(फोटो: क्विंट हिंदी)

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विडियो एडिटर: आशुतोष भारद्वाज

साफ-सफाई, थर्मल स्कैनर, स्पर्शरहित वॉश बेसिन, दूरी पर बैठने की व्यवस्था, ये कुछ इंतजाम हैं जो स्कूल बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए कर रहे हैं. सरकार ने 21 सितंबर से 9वीं से 12वीं के स्कूल खोलने के निर्देश दिए हैं. ऐसे में क्विंट ने दिल्ली के एक स्कूल में जाकर सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया.

देश भर में कोरोना फैला है लेकिन सरकार ने ये निर्णय लिया है कि 9वीं से 12वीं के बच्चों के लिए 21 सितंबर से स्कूल फिर खोले जाएंगे. हालांकि जब तक कोरोना के केस कम नहीं हो जाते तब तक कई राज्य सरकारों ने, जैसे दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल ने स्कूल नहीं खोलने का फैसला किया है. दिल्ली सरकार ने 5 अक्टूबर से स्कूल खोलने का फैसला किया है.

इस वीडियो में क्विंट ने मॉर्डन पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल से बातचीत कर जाना कि स्कूल ने बच्चों की सुरक्षा के लिए क्या व्यवस्थाएं की हैं और कब तक स्कूल खुलने की संभावना है.

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महामारी के बीच स्कूल कैसे खोले जाएंगे?

छात्र 6 फिट की दूरी रखेंगे, अलग-अलग गेट से स्कूल के अंदर आएंगे, आरोग्य QR कोड और स्टूडेंट आईडी स्कैन के लिए स्मार्ट स्कैनर होंगे. स्कैनर टेम्परेचर मापेंगे, मास्क नहीं पहनने पर अलर्ट करेंगे, कई जगह स्पर्शरहित सैनिटाइजेशन मशीन. जूते भी सैनिटाइज किए जाएंगे

उसके बाद क्या होगा?

डिवाइडर्स और स्टिकर के जरिए फिजिकल डिस्टेंसिंग मेंटेन की जाएगी, सैनिटाइज, रिसेप्शनिस्ट और गेस्ट के बीच शिल्ड. कॉरिडोर के अंदर भी छात्र दूरी बनाकर रखेंगे, आने और जाने के लिए अलग-अलग सीढ़ियां होंगी

क्लासरूम में कैसी होगी सीटिंग अरेंजमेंट? और एक क्लासरूम में कितने छात्र बैठेंगे?

क्रॉस मार्क वाले सीटों पर छात्र नहीं बैठेंगे, एक डेस्क छोड़कर बैठेंगे छात्र, एक बार में कक्षा में 10-12 छात्र बैठेंगे, अप्वाइंटमेंट से छात्र आएंगे और बाकी बच्चों को ऑनलाइन, टीचर्स बच्चों को अपनी सीट से ही समझाएंगे, बच्चों के घरों में क्लास का प्रसारण होगा

अगर स्कूल में बच्चों में कोरोना के लक्षण दिखें तो?

लक्षण वाले बच्चे को आइसोलेशन रूम में रखा जाएगा. आइसोलेशन रूम को स्कूल खुलने के पहले और बाद में सैनिटाइज किया जाएगा. आइसोलेशन में रखे गए बच्चे के माता-पिता को जानकारी दी जाएगी, बाहर निकलने के लिए अलग सीढ़िया होंगी. आइसोलेशन रूम में 2 बेड और एक नर्स होगी, नर्स दूरी बनाए रखेगी, बाहर से बच्चे की निगरानी करेगी, स्टाफ और बच्चों के लिए एक समान सुरक्षा की व्यवस्था है.

साफ सफाई के लिए क्या व्यवस्था होगी?

सैनिटाइजनेश मशीन, स्टाफ को ट्रेनिंग, छात्रों के बाहर निकलने के बाद शिक्षक क्लास सैनिटाइज कराएंगे, नोटबुक भी सैनिटाइज किया जाएगा

क्या सुरक्षा के उपाय काफी होंगे?

100% सुरक्षा की गारंटी नहीं है, स्कूल परिसर में ही सुरक्षा दे सकते हैं, स्कूल के बाहर आने-जाने पर स्कूल का कंट्रोल नहीं, माता-पिता बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं है, COVID-19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं

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