Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Videos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News videos  Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019MP गजब है! जेल में बंद लोगों पर लगा दिए दंगे का आरोप, घर तोड़ डाले

MP गजब है! जेल में बंद लोगों पर लगा दिए दंगे का आरोप, घर तोड़ डाले

परिवारों का पूछना है कि जब हिंसा हुई तो वो जेल में थे ऐसे में उनके खिलाफ FIR कैसे दर्ज हुई और कार्रवाई क्यों की गई?

विष्णुकांत तिवारी
न्यूज वीडियो
Updated:
<div class="paragraphs"><p>बड़वानी में हिंसा के आरोपी - शाहबाज, फखरू और रऊफ</p></div>
i

बड़वानी में हिंसा के आरोपी - शाहबाज, फखरू और रऊफ

फोटो: Altered by Quint 

advertisement

10 अप्रैल को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के खरगोन (Khargone) और बड़वानी (Barwani) में हुई हिंसा के बाद प्रशासन ने कई परिवारों के घरों को ये कहते हुए ढहा दिया कि इन मकान मालिकों का हिंसा में हाथ था. बड़वानी में भी कई घर ढहाए गए. इनमें से तीन ऐसे लोगों के हैं जो पहले से जेल में है. अब उनके परिवारों का पूछना है कि जब हिंसा हुई तो वो जेल में थे ऐसे में उनके खिलाफ FIR कैसे दर्ज हुई और कार्रवाई क्यों की गई?

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

बड़वानी में हिंसा के आरोपियों पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए, शाहबाज, फखरू और रऊफ के घर ढहा दिए. तीनों हिंसा और आगजनी के आरोप में नामजद भी किए गए हैं. जबकि तीनों 11 मार्च से IPC के सेक्शन 307 (हत्या का प्रयास) के तहत जेल में कैद हैं. उनके परिवार पूछ रहे हैं कि जेल में बंद किसी के लिए कैसे संभव है कि वो जेल से आए, हिंसा में भाग ले, आगजनी करे और वापस जेल लौट जाए?

बड़वानी में हिंसा के आरोपी बनाए गए शाहबाज, फखरू और रऊफ. तीनों 11 मार्च से जेल में है.

फोटो: Accessed and Altered by Quint

“हमने पुलिस को बताया वो जेल में है लेकिन वे सुनने को तैयार नहीं थे”

शाहबाज की मां सकीना ने क्विंट को बताया “हमने पुलिस को बताया मेरा बेटा जेल में है, लेकिन उनमे से कोई भी सुनने को तैयार नहीं था. हमने उनके हाथ जोड़े, उनसे प्रार्थना की कि हमारा घर नहीं गिराए, हम हिंसा में नहीं थे. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.”

“वो बुलडोजर लेकर हमारे घर आ गए और हमें कहा कि बाहर निकलो. बाहर निकलने के लिए उन्होंने हमें सिर्फ 15 मिनट का टाइम दिया था”
हिना खान, शाहबाज की पत्नी

“नामों को लेकर किसी भ्रम की गुंजाईश नहीं है”

मध्य प्रदेश पुलिस का कहना है कि जो तीन लोग नामजद हैं उनके नामों पर विवेचना कर रहे हैं. उनके जैसे नामों के दूसरे भी हो सकते हैं. अभी विवेचना जारी है.

जबकि फखरू की मां रईसा ने क्विंट को बताया कि उनके परिवार का घर ढहाए जाने से पहले उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया.

“मेरे बेटे का नाम जबरन इस मामले में घसीटा जा रहा है. पुलिस के लिए संभव नहीं है कि उनसे नाम को लेकर कोई भ्रम हुआ हो क्योंकि आस पास में कोई भी फखरू नाम का नहीं रहता है.”
रईसा, फखरू की मां

हालांकि अभी इस सवाल का जवाब भी नहीं मिला कि इन तीन नामों की हेर-फेर कैसे हुई. लेकिन प्रशासन ने इनके घर ढहा दिए और परिवारों को बेघर छोड़ दिया गया है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 20 Apr 2022,10:17 PM IST

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT