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वीडियो एडिटर- पूर्णेेंदु प्रीतम
पूर्वी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस महासचिव के तौर पर प्रियंका गांधी वाड्रा को उतारकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बड़ा दांव खेला है. 2019 के आम चुनाव के ऐन वक्त पर ये फैसला लिया गया है, क्या इससे यूपी में कांग्रेस की बात बन सकेगी? युवा प्रियंका गांधी को लेकर क्या राय रखते हैं? क्विंट ने प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस के बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में युवाओं से इस मुद्दे पर राय जानी.
चर्चा में शामिल युवाओं की राय मिली जुली रही. कोई इसे कांग्रेस का बड़ा कदम बता रहा था, तो किसी को ऐसा लग रहा था कि इससे कांग्रेस को जमीनी स्तर पर कोई फायदा नहीं मिलने वाला है.
चौपाल में शामिल हुई एक छात्रा कहती हैं कि प्रियंका गांधी या किसी और के आने से राजनीति नहीं बदल सकती. क्योंकि इसका स्वरूप ही बिगड़ा हुआ है. सरकार बदल जाती है, लेकिन महिलाओं की, युवाओं की स्थिति नहीं बदलती.
बीएचयू के एक छात्र कहते हैं कि प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में आने से कांग्रेस के लिए लोगों को जुड़ाव बढ़ेगा.
ये वही बनारस है जहां पर 2014 में हर-हर मोदी के नारे लगाए जाते हैं. बनारस में हर-हर शब्द सिर्फ महादेव के आगे लगता था और मोदी के खिलाफ लोग एक शब्द सुनने को तैयार नहीं थे. लेकिन माहौल में किस तरह का बदलाव है, वो साफ तौर पर देख सकते हैं. चर्चा में शामिल कुछ लोगों को लगता है कि प्रियंका गांधी के आने से बदलाव हो रहा है तो किसी को लगता है कि नरेंद्र मोदी के टक्कर में या नरेंद्र मोदी के खिलाफ जिस तरह से उन्हें खड़ा किया गया है, उसमें सफलता नहीं मिल सकेगी.
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