advertisement
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra in Delhi) दिल्ली के लाल किला पहुंच चुकी है. लाल किले से राहुल गांधी ने पीएम मोदी और बीजेपी की सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि "पूरा देश जानता है कि ये नरेंद्र मोदी की सरकार नहीं, अंबानी-अडानी की सरकार है." उन्होंने देश की मीडिया को भी निशाने पर लेते हुए कहा है कि "मैं 2,800 किमी चला, मुझे कहीं भी नफरत या हिंसा नहीं दिखी मगर मैं जब भी न्यूज चैनल खोलता हूं तो हमेशा नफरत-हिंसा दिखाई देती है."
हमने कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार से लेकर यूपी के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और इसमें शामिल कांग्रेस के आम कार्यकर्ताओं से बात है.
"कांग्रेस की 3 हजार किमी के इस सफर में अबतक की जमा-पूंजी क्या है" के सवाल पर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने क्विंट से कहा कि "जब यह यात्रा शुरू हुई थी तब यह कांग्रेस की यात्रा थी लेकिन जैसे-जैसे कारवां आगे बढ़ा, लोग इसमें जुड़ते गए, उनके मुद्दे जुड़ते गए. फिर यह यात्रा देश के आम लोगों की आकांक्षाओं की यात्रा बन गयी".
विरोधी पार्टियों द्वारा भारत जोड़ो यात्रा को कांग्रेस के लिए संजीवनी बूटी कहे जाने के सवाल पर कन्हैया कुमार ने कहा कि यह पार्टी (बीजेपी) पिछले 8 साल से सत्ता में है लेकिन अभी भी वो विपक्षी पार्टी जैसा व्यवहार करती है. हर चीज के लिए नेहरू जी को जिम्मेदार ठहराती है.
इंडियन यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी ने यात्रा के दौरान क्विंट से बात करते हुए कहा कि "राहुल गांधी ने कन्याकुमारी में 120 लोगों के साथ इस यात्रा की शुरुआत की थी लेकिन आज लाखों लोग इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं. जिन लोगों का राजनीति से कुछ लेनादेना नहीं है, वो भी इस यात्रा को अपना समर्थन दे रहे हैं."
श्रीनिवास बी.वी ने यह भी दावा किया कि यह यात्रा कांग्रेस को जोड़ने के लिए नहीं बल्कि देश को जोड़ने के लिए है.
क्विंट ने कांग्रेस नेता और यूपी के पूर्व अध्यक्ष अजय लल्लू से भी बात की. क्विंट ने उनसे यह जानना चाहा कि यूपी में पार्टी के कमजोर होने के बावजूद अन्य राज्यों की तुलना में यहां यात्रा कम दिन की क्यों आयोजित की जा रही है. इस सवाल का जवाब देते हुए अजय लल्लू ने कहा कि "यह यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर तक जा रही है और इस बीच में जो राज्य आ रहे हैं उन्हें कवर किया जा रहा है."
भारत जोड़ो यात्रा में महात्मा गांधी के भेष में चल रहे काशीनाथ महतो झारखंड से आये हैं. उन्होंने कहा कि वे राहुल गांधी के लिए झारखंड से पैदल दिल्ली तक आये हैं. उनका कहना है कि वे 11 नवंबर को पैदल झारखंड से निकले थे. दूसरी तरफ दिल्ली के भजनपुरा से यात्रा में शामिल होने के लिए आए चंद्रमोहन ने कहा कि उन्हें कोई बुलाकर नहीं आया,वे अकेले खुद की मर्जी से आये हैं.
बता दें दिल्ली से एक दिन की यात्रा के बाद, 'भारत जोड़ो यात्रा' 3 जनवरी को फिर से शुरू होने से पहले लगभग 9 दिनों तक ब्रेक पर रहेगी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)