advertisement
देश के सबसे प्रतिष्ठित पत्रकारिता सम्मान रामनाथ गोयनका अवार्ड का 20 जनवरी को ऐलान हुआ. जिसमें द क्विंट के चार पत्रकारों को तीन अवॉर्ड मिले हैं. इस साल हिन्दी ब्रॉडकास्ट कैटेगरी में क्विंट हिंदी के संवाददाता शादाब मोइज़ी को यह अवार्ड मिला है. शादाब मोइज़ी की 2013 मुजफ्फरनगर दंगो में गुम हो चुके लोगों के परिवारों पर डॉक्यूमेंट्री को अवॉर्ड मिला है.
इसके अलावा द क्विंट की पूनम अग्रवाल को इलेक्टोरल बॉन्ड्स पर बेबाक कवरेज, अस्मिता नंदी और मेघनाद बोस को ‘लिंचिस्तान’ डॉक्यूमेंट्री के लिए अवॉर्ड मिला है.
ये अवॉर्ड क्विंट की साहसी, सच्चे और स्वतंत्र पत्रकारिता पर एक और मुहर है. ये अवॉर्ड अपने आप में इसलिए खास है क्योंकि क्विंट की डॉक्यूमेंट्री को तमाम अखबारों, खबरिया चैनलों और डिजिटल प्लेटफॉर्म के बीच सर्वश्रेष्ठ माना गया है. देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों ये अवॉर्ड इन लोगों को मिला.
इस लाइव चर्चा में अवॉर्ड जीतने वाले चारों पत्रकार अपनी-अपनी स्टोरी के बारे में बता रहे हैं. और क्विंट के पाठकों और यूजरों के सवालों का जवाब दे रहे हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)