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वीडियो एडिटर: आशुतोष भारद्वाज
दुनियाभर के बाजार में फिलहाल जो हो रहा है वो अभूतपूर्व है. इस तरह की बदहवासी कभी देखने को नहीं मिली थी. भारत के शेयर मार्केट खुलते ही 10% के लोअर सर्किट में आ गए. नौबत ये आ गई की उनको बंद करना पड़ा. करीब 45 मिनट बाद सर्किट हटाया गया जिसके बाद बाजार तेजी से ऊपर गया. इस तरह का हाहाकार और फिर चमत्कार पहले कभी नहीं देखा गया.
शेयर बाजार में शुक्रवार 13 मार्च को करीब 10% गिरावट थी लेकिन जब बाजार बंद हुआ तो 4 % बढ़त के साथ बंद हुआ. फिर भी साप्ताहिक नुकसान 2009 के बाद से अब तक का रिकॉर्ड है. पिछले 2 महीने में जो बढ़त थी, उसकी तुलना में भी बाजार 20% नीचे है.
कोरोनावायरस की वजह से दुनियाभर के बाजार पर असर पड़ा है. पिछले दिनों में एल्गो फंड में जबरदस्त बिकवाली थी.
बाजार के रिकवर कर लेने के बावजूद पैनिक की स्थिति खत्म नहीं हुई है. कहीं न कहीं लोगों को ये एहसास हो गया है कि बाजार ने निचला स्तर छू लिया है.
छोटे निवेशक बाजार में थोड़े-थोड़े पैसे लगा सकते हैं लेकिन सीधे मार्केट में नहीं लगाए. नए लोगों को सीधे मार्केट में नहीं आना चाहिए. पहले से जो मार्केट में हैं, उन्हें भी सावधान रहने की जरूरत है. जिन लोगों के पास पहले से एसआईपी है, उन्हें वहां पैसे बढ़ा देने चाहिए. नए निवेशकों के लिए इंडेक्स फंड सबसे सुरक्षित होंगे.
फिलहाल किसी को पता नहीं है कि कोरोना का क्या असर होने वाला है. संभव है कि अभी के हालात से बाजार और गिरे, ये भी हो सकता है कि न गिरे. इसलिए ट्रेडिंग का रिस्क न उठाएं. लॉन्ग टर्म निवेश का प्लान बनाएं. एक साथ पूरा पैसा न लगाएं धीरे-धीरे लगाएं.
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