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एक मीम यानी डिजिटल मजाक चुनाव के दौरान शेयर किया जा रहा है. इसके तीन हिस्से हैं. पहले हिस्से में ऐश्वर्या राय और सलमान खान हैं, जिसके साथ कैप्शन है ओपिनियन पोल. दूसरे हिस्से में ऐश्वर्या राय के साथ विवेक ओबेराय हैं. इसका कैप्शन है एक्जिट पोल. और तीसरे हिस्से में ऐश्वर्या राय की फैमिली अलबम है, जिसमें वो पति अभिषेक बच्चन और बेटी आराध्या के साथ हैं. ये तस्वीर आराध्या के स्कूल के एनुअल डे की है. इसके साथ कैप्शन लगाया गया है रिजल्ट.
इस ट्विट पर ढेर सारी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. उनमें से कई ट्वीट ये कह रहे हैं कि यह बेहद बुरा है. खासकर इसलिए कि किसी महिला की पिछली जिंदगी को इसमें सार्वजनिक चर्चा का मुद्दा बनाया गया है. जबकि कुछ कमेंट इस बारे में हैं कि कम से कम आराध्या को इस विवाद में नहीं लाना चाहिए था, जो अभी बच्ची हैं और जिनका दो वयस्कों- विवेक और ऐश्वर्या के मामले से दूर दूर तक कोई संबंध नहीं है.
लोगों को खास ऐतराज विवेक द्वारा इसे पोस्ट करने को लेकर है, क्योंकि इसमें विवेक खुद भी हैं.
राजनीति और निजी जीवन और प्रेम संबंधों को मिला जुलाकर देखने वाली इस तस्वीर के जरिए ये कहने की कोशिश की गई है:
इन तस्वीरों के साथ राजनीतिक कहानी ये है कि जो नतीजा ओपिनियन पोल का हो, वह आंकड़ा एक्जिट पोल में बदल जाता है और वास्तविक नतीजा कुछ और हो जाता है. ये सच हो सकता है कि ऐश्वर्या राय के एक से अधिक प्रेम संबंध रहे हों और उन्होंने वहां से आगे बढ़कर किसी और पुरुष के साथ शादी रचाई हो. लेकिन इसमें समस्या क्या है?
क्या यही बात विवेक ओबेराय के लिए सच नहीं है. उन्होंने भी तो ऐश्वर्या से अलग होने के बाद शादी रचाई. तो जो राजनीतिक टिप्पणी वे ऐश्वर्या राय की तस्वीरों के जरिए करना चाहते हैं, उसके लिए वे अपनी जिंदगी की तस्वीरें भी पोस्ट कर सकते थे.
हालांकि इसमें भी एक समस्या है. इसमें भी निशाने पर कोई महिला ही होगी, क्योंकि ब्रेकअप में दोषी के तौर पर लड़की को ही देखने का रिवाज है. खासकर तब जब वह ब्रेकअप के बाद शादी कर ले.
समस्या तो लड़की के प्रेम में होने से ही है. अगर कोई लड़की प्रेम में है, तो वह कई लोगों की नजर में ऐसे ही संदिग्ध हो जाती है. इसलिए तस्वीर वायरल कर देने की धमकी लड़कों को नहीं, लड़की को ही दी जाती है.
वैसे तो किसी आधुनिक समाज में किसी लड़के या लड़की के एक के बाद एक कई प्रेम संबंध या अफेयर होने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए. किसी के जीवन में कितने पार्टनर आएंगे और जाएंगे, ये किसी भी व्यक्ति का निजी मामला है और इसकी सार्वजनिक चर्चा कम से कम सोशल मीडिया पर होने का कोई कारण नहीं है.
पश्चिमी समाज इस तरह के पोंगापंथ से काफी हद तक उबर चुके हैं और वहां किसी महिला की चौथी शादी भी हो, तो समाज को परेशानी नहीं होती. लेकिन भारत पुरातन और आधुनिकता के बीच में कहीं पर फंसकर रह गया है, जहां लड़की पर एकसाथ कई तरह के बोझ लाद दिए गए हैं.
वैसे भी, अगर कोई संबंध टूट जाए तो इसकी कसक किसी के मन में हो सकती है. लेकिन अगर उसने प्रेम किया है, तो वह अपनी या अपने पुराने पार्टनर की प्रतिष्ठा को सार्वजनिक तौर पर नहीं उछालेगा. अगर कोई ऐसा करता है तो उसका प्रेम में होनी ही संदिग्ध माना जाना चाहिए. अब तो ये सवाल भी उठाया जाना चाहिए कि क्या विवेक ओबेराय ने कभी सचमुच ऐश्वर्या राय से प्रेम किया था?
इसका असर लड़कियों पर ज्यादा पड़ता है क्योंकि शुचिता और संस्कारी होने की ज्यादा उम्मीद लड़कियों से ही होती है. हालांकि किसी की भी, खासकर लड़की की अंतरंग तस्वीर सोशल मीडिया पर डालना या सार्वजनिक करना कई कानूनों का एक साथ उल्लंघन है. लेकिन तब तक लड़की के जीवन में उथल-पुथल तो मच ही चुकी होती है.
जो लोग इस मीम के मजे ले रहे हैं, उसे शेयर और लाइक कर रहे हैं, वो या तो अनजाने में ऐसा कर रहे हैं या फिर पुरुषवाद उनके अंदर इस तरह से भरा है कि उन्हें मालूम भी नहीं है कि वे कुछ गलत कर रहे हैं. ऐसा करने वालों में कुछ महिलाएं भी हो सकती हैं.
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