Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Zindagani Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Dharma our aadhyatma  Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Fourth Sawan Somwar 2023: सावन का चौथा सोमवार, जानें पूजा विधि और व शुभ योग

Fourth Sawan Somwar 2023: सावन का चौथा सोमवार, जानें पूजा विधि और व शुभ योग

Sawan Somwar: पंचाग के अनुसार हर तीसरे वर्ष एक बार अधिक मास पड़ता है. इस चंद्र माह में सूर्य की संक्राति नहीं होती है

अंशुल जैन
धर्म और अध्यात्म
Published:
<div class="paragraphs"><p> Adhikmas Sawan Somwar 2023</p></div>
i

Adhikmas Sawan Somwar 2023

(फोटो: istock)

advertisement

Fourth Sawan Somwar 2023: हिंदू धर्म में सावन माह को पवित्र माना गया है, इस माह के हर सोमवार को भगवान शिव (Lord Shiva) की पूजा की जाती है. बता दें इस वर्ष 4 जुलाई से शुरू हुआ सावन माह अधिक मास (Adhik Maas ) के कारण 31 अगस्त को समाप्त होगा. माह में कुल आठ सोमवार के व्रत होंगे. 31 जुलाई (अधिक मास) को चौथा सावन सोमवार है. मान्यता हैं सावन में शिवलिंग के जलाभिषेक से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

चौथे सोमवार को खास योग

इस वर्ष सावन माह के हर सोमवार को खास योग बन रहा है. चौथे सोमवार यानी 31 जुलाई को रवि योग बन रहा है. रवि योग में विधि विधान से पूजा व शुभ कार्य करने से मान सम्मान और समृद्धि में वृद्धि होती है. 31 जुलाई को सुबह 5 बजकर 42 मिनट से शाम 6 बजकर 58 मिनट तक रवि योग है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

पंचाग के अनुसार हर तीसरे वर्ष एक बार अधिक मास पड़ता है. इस चंद्र माह में सूर्य की संक्राति नहीं होती है. सावन में हर सोमवार को शिव की पूजा की जा सकती है लेकिन अधिक मास में आने वाले सोमवार को व्रत का पालन करना मान्य नहीं होता है.

Sawan Somwar 2023: सावन के चौथे सोमवार पर ऐसे करें पूजा

  • सावन के चौथे सोमवार सुबह स्नान के बाद व्रत और शिवजी की पूजा का संकल्प लें.

  • सुबह शुभ मुहूर्त में शिव मंदिर जाकर विधि पूर्वक पूजा अर्चना करें.

  • गंगाजल या दूध से शिवजी का अभिषेक करें.

  • इसके बाद भगवान शिव शम्भू को को चंदन, अक्षत, सफेद फूल, बेलपत्र, भांग की पत्तियां, शमी के पत्ते, धतूरा, भस्म और फूलों की माला अर्पित करें.

  • शिव चालीसा का पाठ और सोमवार व्रत कथा का पाठ करें.

  • शिवलिंग के समक्ष घी का दीपक जलाएं और भोलेनाथ की आरती करें.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT