Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Zindagani Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Dharma our aadhyatma  Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Vikat Sankashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी 27 अप्रैल की, जानें मुहूर्त व पूजा विधि

Vikat Sankashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी 27 अप्रैल की, जानें मुहूर्त व पूजा विधि

Vikat Sankashti Chaturthi 2024: इस साल विकट संकष्टी चतुर्थी 27 अप्रैल , 2024 को पड़ रही हैं. मान्यता हैं कि इस दिन पूजा करने से भगवान गणेश की विशेष कृपा बरसती है.

अंशुल जैन
धर्म और अध्यात्म
Published:
<div class="paragraphs"><p>Vikat Sankashti Chaturthi 2024</p></div>
i

Vikat Sankashti Chaturthi 2024

(फोटो: istock)

advertisement

Vikat Sankashti Chaturthi 2024: हिन्दू धर्म में हर साल वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत रखा जाता है. इस साल विकट संकष्टी चतुर्थी 27 अप्रैल , 2024 को पड़ रही हैं. मान्यता हैं कि इस दिन पूजा करने से भगवान गणेश की विशेष कृपा बरसती है और लोगों को जीवन में आने वाले कष्टों से छुटकारा मिलता है, इसके साथ ही घर परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती हैं.

Vikat Sankashti Chaturthi kab hai: विकट संकष्टी चतुर्थी तिथि कब

  • विकट संकष्टी चतुर्थी शनिवार, 27 अप्रैल , 2024 को रखा जाएगा.

  • संकष्टी के दिन चन्द्रोदय - 10:23 पी एम

  • चतुर्थी तिथि प्रारम्भ - अप्रैल 27, 2024 को 08:17 ए एम बजे

  • चतुर्थी तिथि समाप्त - अप्रैल 28, 2024 को 08:21 ए एम बजे

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

Vikat Sankashti Chaturthi puja vidhi: विकट संकष्टी चतुर्थी पूजा विधि

  • भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठें और निवृत्त होकर स्नान करके व्रत का संकल्प लें.

  • सूर्योदय के समय भगवान सूर्य देव को जल से अर्घ्य दें और इसके बाद मंदिर की साफ-सफाई करें और गंगाजल का छिड़काव कर शुद्ध करें.

  • मंदिर में एक चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाकर भगवान गणेश की मूर्ति विराजमान करें.

  • अब गणपति बप्पा को दूर्वा और मोदक अर्पित करें. देशी घी का दीपक जलाकर आरती करें और गणेश चालीसा का पाठ करें.

  • पूजा के दौरान मंत्रों का जाप करना बहुत ही फलदायी होता है. इसके पश्चात गणेश जी मोदक, फल और मिठाई का भोग लगाएं.

  • अंत में भगवान गणपति का प्रसाद लोगों में वितरण करें और खुद भी ग्रहण करें.

  • विकट संकष्टी चतुर्थी पर अगर हो सके तो अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान भी कर सकते हैं.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT