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अक्टूबर का महीना अपने साथ ढेर सारे त्योहार लेकर आ रहा है, जिसकी शुरुआत हो चुकी है. नवरात्र से लेकर भाई दूज तक, कैलेंडर में अक्टूबर की बहुत सारी तारीखों पर छुट्टियों के लाल निशान हैं. अगर आप इन छुट्टियों का भरपूर फायदा उठाना चाहते हैं, तो अभी से किसी वेकेशन की प्लानिंग कर सकते हैं.
नवरात्रि हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है. इन 9 दिनों में देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है. इस दौरान उत्तर भारत के घर-घर में व्रत रखा जाता है, और भजन-कीर्तन जैसे अनुष्ठानों का आयोजन होता है. इस दौरान कुंवारी लड़कियों को देवी का रूप मानते हुए उन्हें खाना खिलाने का भी रिवाज है. नवरात्रि साल में दो बार मनाई जाती है- चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि.
दुर्गाष्टमी नवरात्रि के आठवें दिन मनाई जाती है. यह अश्विन महीने के शुक्ल पक्ष में पड़ता है. यह हर साल सितंबर-अक्टूबर के महीने में मनाया जाता है. पश्चिम बंगाल समेत पूरे देश में बंगाली समुदाय दुर्गा पूजा का उत्सव 5 दिनों तक को बड़े धूमधाम से मनाते हैं. पंडालों में देवी दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की जाती हैं, और तरह-तरह से सजावट की जाती है. त्योहार के आखिर में, मूर्तियों को संगीत और नृत्य के साथ सड़कों पर जुलूस निकालकर विसर्जित किया जाता है.
दशहरा या विजयादशमी नवरात्रि या दुर्गा पूजा के दसवें दिन के रूप में मनाया जाता है. यह पूरे भारत में नवरात्रि के समापन के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन रावण पर राम की जीत का जश्न भी मनाया जाता है. उत्तर भारत में 'रामलीला' के जरिए रामायण की कथा को नाटकों के माध्यम से मंच पर दिखाया जाता है. दशहरा त्योहार बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है.
करवा चौथ भारत में पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश और राजस्थान का पर्व है. यह कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है. करवा चौथ पर विवाहित महिलाएं अपने पति की सुरक्षा और दीर्घायु के लिए सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक उपवास रखती हैं. करवाचौथ का व्रत सुबह 4 बजे के आसपास सूर्योदय से पहले शुरू होता है और केवल तभी तोड़ा जाता है. जब शाम को चंद्रमा दिखाई देता है.
धनत्रयोदशी को धनतेरस के रूप में भी जाना जाता है. ये पांच दिवसीय दीपावली उत्सव का पहला दिन है. मान्यता है कि धनत्रयोदशी के दिन क्षीर सागर के मंथन के दौरान देवी लक्ष्मी समुद्र से निकली थीं. इसलिए धन के देवता भगवान कुबेर के साथ देवी लक्ष्मी की पूजा त्रयोदशी के शुभ दिन की जाती है. हालांकि, धनतेरस के दो दिनों के बाद अमावस्या पर लक्ष्मी पूजा को ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है.
दीपावली या दिवाली हिंदूओं के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है. यह अंधकार पर प्रकाश, यानी बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. "दीपावली" शब्द का मतलब है दीयों, या मिट्टी के दीयों की पंक्तियां. यह त्योहार भगवान राम के 14 साल के वनवास को पूरा करने के बाद उनके राज्य अयोध्या लौटने की याद में मनाया जाता है. दिवाली को घर की सफाई और सजावट के साथ आतिशबाजी और फर्श की रंगोली बनाकर मनाया जाता है.
कार्तिक मास में बड़ी दीवाली के एक दिन बाद बाली प्रतिपदा या गोवर्धन पूजा आयोजित की जाती है. कभी-कभी दिवाली और गोवर्धन पूजा के बीच एक दिन का अंतर हो सकता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान कृष्ण ने भगवान इंद्र को हराया था. लोग इसे अन्नकूट पूजा के नाम से भी जानते हैं. गोवर्धन पूजा में गोधन यानी गायों की पूजा भी की जाती है. इसके अलावा भगवान कृष्ण को अर्पित करने के लिए लोग गेहूं, चावल, बेसन की सब्जी और पत्तेदार सब्जियों जैसे अनाज का भोजन बनाकर गोवर्धन पूजा मनाते हैं.
भाई दूज एक अहम पर्व है, जिसे पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. भाई दूज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाने वाला हिन्दू धर्म का पर्व है, जिसे यम द्वितीया भी कहते हैं. ये पर्व भाई के प्रति बहन के स्नेह को दर्शाता है और बहनें अपने भाई की सुरक्षा और खुशहाली के लिए कामना करती हैं.
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