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मुख़्तसर ये है हमारी दास्तान-ए-ज़िंदगी
इक सुकून-ए-दिल की ख़ातिर उम्र भर तड़पा किए
'मुख़्तसर' वक्त तक साथ रहने वाले शख्स की याद आपको सताती हैं? 'मुख़्तसर' सा वो लम्हा आपको आगे बढ़ने नहीं दे रहा? उर्दूनामा के इस एपिसोड में समझिए हमारी जिंदगी में 'मुख़्तसर' वक्त के लिए साथ रहने वाली चीजों की अहमियत.
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