Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Zindagani Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019उर्दूनामा पॉडकास्ट: जिंदगी को लेकर हमारा नजरिया कितना ‘मुख़्तसर’?

उर्दूनामा पॉडकास्ट: जिंदगी को लेकर हमारा नजरिया कितना ‘मुख़्तसर’?

मुख़्तसर ये है हमारी दास्तान-ए-ज़िंदगी...

फबेहा सय्यद
जिंदगानी
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उर्दूनामा के इस एपिसोड में समझिए हमारी जिंदगी में ‘मुख़्तसर’ वक्त के लिए साथ रहने वाली चीजों की अहमियत.
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उर्दूनामा के इस एपिसोड में समझिए हमारी जिंदगी में ‘मुख़्तसर’ वक्त के लिए साथ रहने वाली चीजों की अहमियत.
(फोटो: क्विंट हिंदी)

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मुख़्तसर ये है हमारी दास्तान-ए-ज़िंदगी

इक सुकून-ए-दिल की ख़ातिर उम्र भर तड़पा किए

'मुख़्तसर' वक्त तक साथ रहने वाले शख्स की याद आपको सताती हैं? 'मुख़्तसर' सा वो लम्हा आपको आगे बढ़ने नहीं दे रहा? उर्दूनामा के इस एपिसोड में समझिए हमारी जिंदगी में 'मुख़्तसर' वक्त के लिए साथ रहने वाली चीजों की अहमियत.

उर्दूनामा का पॉडकास्ट सुनने के लिए क्लिक करें.

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