25 अगस्त को रिपब्लिक टीवी पर अर्नब गोस्वामी ने रोजाना की तरह अपना लेट नाइट प्रोग्राम 'द डिबेट' होस्ट किया. इसमें उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की केरल को 700 करोड़ रुपये की मदद पर चर्चा के लिए पैनल भी बुलाया.
मुख्यमंत्री पिनरई विजयन के ऑफिस की तरफ से इस मदद के बारे में 21 अगस्त को ट्वीट किया गया था, लेकिन बाद में यूएई की तरफ से इस खबर का खंडन कर दिया गया. हालांकि मुख्यमंत्री अपने दावे पर कायम रहे और इसके लिए एक यूएई के मलयाली बिसनेसमैन का हवाला दिया.
गोस्वामी ने अपने शो का नाम #FloodAidLie रखा और इस कथित फेक न्यूज पर चर्चा की. हालांकि इस प्रोग्राम के टीवी पर प्रसारित होने के बाद सोशल मीडिया पर ये खबर फैलने लगी कि अर्नब ने केरल के लोगों को 'बेशर्म' कहा.
सोशल मीडिया के पेज और पर्सनल अकाउंट पर एक 30 सेकेंड का वीडियो शेयर होने लगा, जिसमें सुना जा सकता है: "ये ग्रुप बेशर्म है. मैंने इतने बेशर्म भारतीय पहले कभी नहीं देखे. वो चारों तरफ झूठ फैला रहे हैं. मुझे नहीं पता इसके बदले उन्हें क्या मिला, पता नहीं उन्हें इसके लिए कितने पैसे मिले? क्या उन्हें अपने देश को गाली देने के लिए पैसे मिले? क्या ये एक ग्रुप का हिस्सा हैं? उनको कहां से फंड मिल रहा है? ये भारत को नुकसान पहुंचाने के लिए एक षड्यंत्र है.''
फेसबुक पेज पर बीफ जनता पार्टी ने ये वीडियो पोस्ट किया, जिसे 2800 बार से ज्यादा शेयर किया गया.
ये क्लिप ट्विटर पर भी काफी शेयर की गई. CJ Werleman की टाइमलाइन से इसे 500 से ज्यादा बार रिट्वीट किया गया.
सोशल मीडिया पर और भी जगह अर्नब गोस्वामी के बयान पर गुस्सा जाहिर किया गया.
सच्चाई क्या है?
रिपब्लिक टीवी ने ये पूरा वीडियो अपनी साइट पर अपलोड किया है.
अगर कोई शेयर किए गए वीडियो को देखेगा, तो पता चलेगा कि अर्नब यूएई की 700 करोड़ रुपये की मदद के कथित झूठ के लिए कांग्रेस और लेफ्ट को आड़े हाथों ले रहे थे.
पैनलिस्ट के स्क्रीन पर आने से पहले अर्नब ने ये कहते हुए डिबेट शुरू की, ''साल की सबसे बड़ी फेक न्यूज स्टोरी. यूएई लगातार केरल को 700 करोड़ रुपये की मदद के लिए इनकार कर रहा था. ये षड्यंत्र कांग्रेस पार्टी, कांग्रेस नेताओं और ट्रोल्स...''
वो आगे कहते गए कि रिपब्लिक टीवी ने उस ट्रोल आर्मी को एक्सपोज कर दिया है, जिसे कांग्रेस ने बाढ़ की मदद पर झूठ फैलाने के लिए तैनात किया था.
जब गोस्वामी बोलते हैं कि ये ग्रुप बेशर्म है, उससे कुछ सेकेंड पहले सीएम विजयन की क्लिप प्रोग्राम में दिखाई जाती है, जिसमें वो रिलीफ फंड की बात कर रहे होते हैं.
इसके बाद फ्लैश होता है, ''क्या नेताओं ने बाढ़ में मदद के बारे में झूठ बोला?" और इसके बाद डिबेट शुरू होती है. अर्नब के बयान से ठीक पहले के फ्रेम का स्क्रीनग्रैब नीचे देखिए.
सोशल मीडिया पर फैल रही क्लिप में शुरुआत के कुछ मिनट नहीं दिखाए गए हैं. सोशल मीडिया पर फैल रहे वीडियो में लोग मान रहे हैं कि अर्नब केरल के लोगों को बेशर्म कह रहे हैं, जब उन्होंने कहा है कि इस ग्रुप के लोग 'बेशर्म' हैं.
लोगों ने वीडियो क्लिप में धोखा खा लिया. लेकिन 700 करोड़ रुपये की मदद वाली खबर तमाम मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिखाई गई, जिसमें रिपब्लिक टीवी खुद भी शामिल था.
(ये आर्टिकल पहली बार AltNews में पब्लिश हुआ था और इसके बाद इसे परमिशन लेकर दोबारा यहां पब्लिश किया गया.)
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