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बजट के करीब आते ही कयासों का बाजार गर्म हो चला है. अलग-अलग एक्सपर्ट्स ने बजट से कई उम्मीदें लगाई हैं. कुछ ऐसे सेक्टर भी हैं जिसके लिए बजट में बड़ी घोषणाओं की उम्मीद की जा रही है. अगर ऐसा होता है तो शेयर बाजार में इन सेक्टर्स के स्टॉक्स में खासी तेजी दिख सकती है.
कोविड से उबरती इकनॉमी में बजट से उम्मीद है कि अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए कुछ बड़े कदम उठाए जाएंगे. इसके लिए सरकार के पास दो अहम रास्ते हो सकते हैं. पहला, टैक्स दरों में कटौती जिससे लोगों के पास खर्च को ज्यादा पैसा बचे. दूसरा, इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर बड़ा खर्च, जिससे रोजगार के अवसर पैदा हो और लोगों की आय बढ़े. कैपिटल एक्सपेंडिचर का इकोनॉमी पर मल्टीप्लायर इफेक्ट होता है, यानी इसका असर लंबे समय तक रहता है.
आर्थिक गतिविधियों के कम होने से सरकार के खजाने पर भी बड़ा असर हुआ है. इसके साथ ही पिछले स्टिमुलस पैकेज की घोषणाओं को देखने से टैक्स दरों में कटौती की संभावना कम लगती है. ऐसे में शेयर बाजार को करीब से जानने वाले एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इंफ्रास्ट्रक्चर का कामकाज करने वाली कंपनियों और इसमें लगने वाले सामान कैपिटल गुड्स जैसे सीमेंट, स्टील वगैरह के शेयरों को अच्छा फायदा मिलने की उम्मीद है.
मोतीलाल ओसवाल के को-फाउंडर और चेयरपर्सन रामदेव अग्रवाल ने क्विंट से बातचीत में बताया कि-
सुंदरम एसेट मैनेजमेंट कंपनी के MD, सुनील सुब्रमण्यम, सबसे ज्यादा बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज के ग्रोथ पर भरोसा जता रहे हैं. इसके अलावा ऑटो, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और हाउसिंग क्षेत्र में भी अच्छी तेजी की उम्मीद है. सुनील सुब्रमण्यम के अनुसार लोगों के हाथ में पैसा बढ़ने से हाउसिंग, ऑटो, कंज्यूमर प्रोडक्ट्स की मांग में तेजी होगी जिसके कारण बैंकिंग और NBFC शेयरों के लिए अच्छी संभावना है. म्यूच्यूअल फंड के रास्ते सेक्टोरल फंड्स में निवेश करने वाले निवेशकों से सलाह देते हुए वह कहते हैं-
यह देखना अहम है कि सरकार अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कैसे कदम उठाती है. जल्दी रिकवरी की उम्मीद से बाजार पहले ही काफी ऊपर व्यापार कर रहा है. अगर बजट बाजार के लिए निराशाजनक रहा तो पिछले दिनों की बिकवाली आगे भी जारी जारी रह सकती है.
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