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म्यूचुअल फंड में इस बार कमाई में बाजी मारी है लार्ज कैप फंड ने. कई सालों से ये खिताब अब तक स्मॉल और मिडकैप फंड को मिलता आया है.
सेंसेक्स ने 2018 में अच्छी शुरुआत की थी लेकिन महंगे क्रूड, कमजोर रुपए और ग्लोबल आर्थिक हालात ने मूड बिगाड़ दिया. सेंसेक्स ने सालभर में सिर्फ 7 परसेंट ही रिटर्न दिया. लेकिन निफ्टी के मिडकैप इंडेक्स में 17 परसेंट गिरावट रही जबकि स्मॉल कैप इंडेक्स में 30.5 परसेंट की जोरदार गिरावट रही.
इस फंड में जिन शेयरों में निवेश किया था उसमें सिर्फ मारुति सुजुकी में उसे नुकसान हुआ है. देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति के शेयर में इस साल 20 परसेंट से ज्यादा गिरावट रही है. इस फंड को बाकी सभी शेयरों से अच्छी कमाई हुई है.
फंड में सालाना रिटर्न 7.2 परसेंट ही हुआ लेकिन 3 साल में औसत सालाना रिटर्न करीब 14 परसेंट और पांच साल के पीरियड में औसत सालाना रिटर्न 16 परसेंट मिला.
इस फंड ने इंडेक्स फंड से ज्यादा रिटर्न दिया है. निफ्टी-50 का 3 और 5 साल के पीरियड में सालाना औसत रिटर्न 11परसेंट रहा है.
(30 नवंबर 2018 के मुताबिक)
मिडकैप शेयरों की इस कदर पिटाई हुई है कि 2018 में रिटर्न के मामले में दूसरे नंबर के फंड भी नुकसान वाला ही है जिसमें 5.5 परसेंट गिरावट रही.
2018 में निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स में 30 परसेंट गिरावट हुई है लेकिन इस फंड में सिर्फ 7 परसेंट गिरावट दिखाई है.
2018 में रिटर्न- (-7) परसेंट
मुख्य शेयर जिनमें निवेश किया
2018 में रिटर्न: 8 परसेंट
इस तरह के फंड का इंडेक्स से ज्यादा लेना देना नहीं होता. इसमें अलग अलग स्तर के शेयर सिलेक्ट किए जाते हैं. इस फंड ने सालभर में 8 परसेंट कमाई की है. जबकि दूसरे नंबर के फंड UTI इक्विटी फंड ग्रोथ ऑप्शन की सालभर में 2.2 परसेंट ही कमाई रही है.
मुख्य शेयर जिनमें निवेश हुआ
मल्टीकैप फंड हर तरह के शेयरों में निवेश करता है. इनमें मिडकैप, लार्जकैप और स्मॉल कैप फंड भी शामिल होते हैं.
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