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शेयर बाजार चाहे जितना गिरे म्यूचुअल फंड की SIP बंद मत करिए

बाजार के उतार-चढ़ाव से घबरा कर सिप में निवेश बंद न करें 

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कमाई करने का सबसे बड़ा फॉर्मूला कान खोलकर सुन लीजिए. शेयर बाजार की गिरावट में म्युचुअल फंड की SIP से निकलने की भूल मत करिएगा. गिरते बाजार में एसआईपी आपको लंबी अवधि में मोटी कमाई कराएगी.

छोटे निवेशकों में हड़कंप है. देश और विदेश कहीं से अच्छी खबरें नहीं है लेकिन बड़े लोग चाहे जो करें एसआईपी जमकर पकड़े रखिएगा सबसे बड़ा ज्ञान यही है. म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले आम निवेशकों को इस गिरावट से बैचेने होने की कोई जरूरत नहीं है. क्योंकि ऐसा देखा गया है कि गिरावट से घबराकर लोग म्यूचुअल फंड की SIP बंद कर रहे हैं. ये नहीं करना है.

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जब शेयर बाजार गिरे तो SIP बढ़ाएं

हर बार जब बाजार में जोरदार गिरावट दर्ज की जाती है कि नए निवेशक घबरा जाते हैं. घबराहट से ज्यादा उनमें यह दुविधा होती है कि अपने सिप को बंद कर दिया जाए या बाजार में सीधे निवेश को वापस ले लिया जाए ताकि उनका पोर्टफोलियो और न गिरे. लेकिन यह ध्यान रखना चाहिए कि सिप बंद करने का फौरी फैसला आगे चल कर बड़ा और पर्मानेंट घाटा साबित हो सकता है.

निवेशकों को ध्यान रखना चाहिए कि उतार-चढ़ाव शेयर बाजार की फितरत है. दरअसल शेयर ही लंबे समय में सिप रिटर्न को आकर्षक बनाते हैं. अगर आप सिप में निवेश करते हैं तो इस वक्त इसे बंद न करें. क्योंकि

  1. गिरे हुए बाजार में आपको अपने पुराने सिप निवेश की कीमत पर ही ज्यादा यूनिट मिलेंगे. जब बाजार चढ़ेगा तो जाहिर है आपको रिटर्न बढ़ेगा. यानी यूनिट आपके लिए सस्ता होगा जो आपके रिटर्न को बढ़ाएगा.
  2. आप इक्विटी म्यूचुअल फंड के साथ लिक्विड म्यूचुअल फंड का सिप ले सकते हैं ताकि जब भी आप देखें कि मार्केट 5 फीसदी से ज्यादा गिर रहा है तो आप लिक्विड म्यूचुअल फंड से कुछ रकम निकाल कर इक्विटी म्यूचुअल फंड में डाल सकें.
  3. इससे आप कम एनएवी में ज्यादा यूनिट खरीद सकेंगे और यह आपके निवेश की लागत को घटाएगा.
  4. अगर आप रिटेल इनवेस्टर है और हर महीने एक से पांच हजार रुपये सिप में डाल रहे हैं तो अपने चलते सिप को कभी बंद न करें. क्योंकि जिस तरह से मार्केट गिरता है उसी तरह चढ़ता भी है. लंबी अवधि का सिप हमेशा फायदेमंद रहता है. यह जान लीजिये.

सिप म्यूचुअल फंड में निवेश का आसान माध्यम है. इससे निवेशकों को लंबी अवधि के रिटर्न में बाजार का लाभ मिलता है. लंबे वक्त तक निवेश बेहतर रिटर्न देता है. इस बात को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए.

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