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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर भारत पैकेज का ऐलान किया है. अब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया. सीतारमण ने कहा कि हर वर्ग से बात करके आर्थिक राहत पैकेज को बनाया गया है. पीएम भी चर्चा में शामिल रहे, मंत्रालयों से कई बार बातचीत करके पैकेज तैयार किया गया है. आर्थिक पैकेज का मकसद ग्रोथ और आत्मनिर्भर भारत बनाना है. उन्होंने बताया कि पांच पिलर पर आधारित होगा आत्मनिर्भर अभियान.
1. अर्थव्यवस्था 2. बुनियादी ढांचा 3. प्रणाली (सिस्टम) 4. उत्साहशील आबादी 5. मांग
इसके लिए ये सुधार करने होंगे- लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉ. जोर लोकल रहेगा-हालांकि इसका मतलब ये नहीं है कि हम अपने दरवाजे बंद कर लेंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई को देश को संबोधित कर 20 लाख करोड़ रुपए के राहत पैकेज का ऐलान किया. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनना होगा, ऐसे में पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत पैकेज का ऐलान किया है.पीएम मोदी ने अपने भाषण में ये भी कहा था कि पहले के ऐलान को मिला दें तो ये 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज है.
बता दें कि पीएम ने अपने संबोधन में लॉकडाउन-4 का भी जिक्र किया. पीएम ने कहा कि आने वाला लॉकडाउन नए रंग-रूप का होगा. वहीं इसके नियम भी अलग होंगे. इसके साथ ही पीएम ने ये संकेत भी दिए कि अब चौथे लॉकडाउन में कई तरह की छूट दी जा सकती हैं.
सबसे पहले 18 मार्च को राष्ट्र को संबोधित कर लोगों से 22 मार्च को सुबह 9 बजे से रात 9 बजे के बीच 'जनता कर्फ्यू' का पालन करने की अपील की थी. इसके बाद प्रधानमंत्री ने 24 मार्च को कोविड-19 संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर 21-दिन के लॉकडाउन की घोषणा की थी और फिर 14 अप्रैल को उन्होंने इसे 3 मई तक 19 दिनों तक के लिए बढ़ा दिया था.
हालांकि, सरकार ने इसके बाद भी 17 मई तक दो और सप्ताह के लिए लॉकडाउन के विस्तार की घोषणा की थी.
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